हरिद्वार। करीब एक साल तक चलने वाला पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का अनुष्ठान कनखल के बाबा लाल मंदिर,सतीघाट, आद्य शक्ति महाकाली, शीतला माता मंदिर सहित पांच स्थानों पर किया गया था। एक मंदिर में करीब पांच पंडित इस अनुष्ठान को विधि विधान से संपन्न करा रहे थे। लेकिन धनन्जय झा कई बार पंडितों की संख्या को कम कर देता था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब सिद्धू के पीआरओ ने हरिद्वार के मंदिरों में आकर अनुष्ठान का निरीक्षण किया। पता चला कि सिद्धू जी से ज्यादा पंडितों की संख्या बताकर रकम ली जा रही थी। जबकि अनुष्ठान में कम पंडितों से पूजा संपन्न कराई जा रही थी।
पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के मंत्री नवजोत सिद्धू के अनुष्ठान के नाम पर धोखाधड़ी
हरिद्वार। पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के धार्मिक अनुष्ठान का संपन्न कराने वाले करीब दो दर्जन पंडितों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। आरोपी पंडित ने सिद्धू से रकम लेने के बाद ब्राहणों की दक्षिणा का भुगतान नहीं किया। जिसके बाद अनुष्ठान संपन्न कराने वाले पीड़ित पंडितों ने आरोपी पंडित के खिलाफ एसएसपी हरिद्वार को शिकायत दर्ज कराई है। पंडितों का आरोप है उक्त पंडित ने पांच लाख की रकम हजम कर ली। पुलिस पूरे मामले की जांच करने में जुट गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में कनखल निवासी पंडित रमेश चंद्र जोशी, दुर्गेश त्रिपाठी समेत दो दर्जन पंडितों ने कनखल के ही रहने वाले एक पंडित पर संगीन आरोप लगाये है। पत्र में बताया है कि कनखल जगजीतपुर के राजा गार्डन, आर्दश नगर कालोनी निवासी घनन्जय झा पंडिताई का कार्य करता है। इसी पंडिताई के कार्य के चलते उसकी पहचान कई ब्राहाणों से है। इसी पूजा पाठ के कार्य के चलते पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराने के लिये घनन्जय झा से संपर्क किया। आरोप है 17 अप्रैल 2016 से 22 फरवरी 2017 तक करीब 25 ब्राहाणों ने कनखल के विभिन्न मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान को संपन्न कराया। इसी अनुष्ठान का कुछ भुगतान घनन्जय झा ने पंडितों को कर दिया। जबकि करीब 25 पंडितों की पांच लाख की रकम को हड़प लिया। कई बार घनन्जय से रकम मांगे जाने पर उक्त दक्षिणा का भुगतान नहीं किया गया। जबकि मालूम चला कि नवजोत सिंह सिद्धू ने घनन्जय को अनुष्ठान को विधि विधान से संपन्न नहीं कराने के चलते पूरा भुगतान कर अनुष्ठान को बंद करा दिया है। इसके बाद से लगातार 25 पंडित घनन्जय झा के घर के चक्कर लगा रहे हैं। पीड़ितों का आरोप है घनंजय झा अपनी पहुंच और रसूक की धमकी दे रहा है।
शत्रुओं पर विजय पाने का कराया था सिद्धू ने अनुष्ठान
हरिद्वार। शत्रुओं पर विजय की कामना व भाजपा का दामन छोड़ किसी बड़े पद की लालसा व उसमें विजयश्री हासिल करने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू ने बगुलामुखी जप व रावण पर विजय प्राप्ति के जिस आदित्य स्त्रोत का भगवान श्री राम ने पाठ किया था उसी आदित्य स्त्रोत का जाप सिद्धू ने करवाने के लिए ब्राह्मणों से सम्पर्क साधा था। अनुष्ठान केवल एक ही स्थान पर नहीं 5 राज्यों पंजाब के अमृतसर, राजस्थान के पुष्कर, हिमाचल, दिल्ली व उत्तराखण्ड के हरिद्वार में कराए गए। जिसमें निम्न जप व पाठ होने थे। देवी कवच, ओम नमः शिवाय, श्री दुर्गा सप्तशती पाठ, ग्रायत्री जप, अपराजिता स्त्रोत, बगुलामुखी जप, रूद्राभिषेक, पितृ गायत्री, आदित्य ह्दय स्त्रोत, नवग्रह पूजन व जाप, किन्तु हरिद्वार के पंडित धनन्जय मिश्रा की छल की नीति के कारण सिद्धु को अनुष्ठान को बीच में ही छोड़ना पड़ा।