कानून की किताब पढ़कर जुर्माना ठोंकती है एसडीएम कुश्म चौहान




नवीन चौहान
हरिद्वार की उप जिलाधिकारी कुश्म चौहान की ईमानदारी माफियाओं को भारी पड़ रही है। माफियाओं के सभी इरादे उनके सामने नाकाम साबित हो रहे है। उनके कार्य करने की शैली भी पूर्व के अन्य अधिकारियों से अलग है। वह माफियाओं पर नकेल कसने के लिए कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ती है। विधिक राय लेकर कार्य करने और राजस्व कानून की किताब पढ़कर जुर्माना ठोंकने की उनकी कार्यशैली जहां उत्तराखंड सरकार के राजस्व को बढ़ा रही है। उनके अभी तक के कार्यकाल में उत्तराखंड सरकार के राजस्व में भारी बढोत्तरी हुई है। वही एसडीएम आफिस से इर्द—गिर्द घूमने वाले दलाल भी बेरोजगार हो गए है।
एसडीएम कुश्म चौहान ने अपनी पहचान एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अफसर के तौर पर बनाई हुई है। वह अपनी डयूटी के लिए पूरी तरह सजग है। जनता की समस्याओं का प्राथमिकता से निदान करना उनका मुख्य ध्येय रहता है। इसके अलावा वीवीआईपी, वीआईपी डयूटी को पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करती है। वीवीआईपी डयूटी के चलते जनता के कार्य प्रभावित ना हो इसके लिए वह अधिक देर सरकारी कार्यालय में बैठकर जनता के कार्यो को पूरा करती है। लेकिन उनकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह अपनी कुर्सी के प्रति पूरी तरह से वफादार है। यही कारण है कि उत्तराखंड प्रदेश का राजस्व बढोत्तरी करने की दिशा में वह बेहतरी से कार्य करती है। अवैध कार्यो की रोकथाम पर मुस्तैद रहती है। माफियाओं पर नकेल कसती है। जुर्माने लगाने के लिए वह पूरी तरह से कानून का अनुपालन करती है। एसडीएम कुश्म चौहान ने विगत कुछ महीनों के भीतर ही माफियाओं में खौफ पैदा किया है। यही कारण है कि हरिद्वार में अवैध खनन पर पूरी तरह से अंकुश लगा हुआ है। खनन माफिया खाल के भीतर है।



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