नवीन चौहान
उत्तरी हरिद्वार में एक जमीन के भूखंड को लेकर भाजपा के दो पक्षों में जबरदस्त विवाद छिड़ा हुआ है। विवाद करने वाले दोनों भाजपाई है। दोनों पक्षों की ओर से जमकर सियासत हो रही है। सत्ता पक्ष से जुड़ा मामला होने के चलते पुलिस बेहद खामोशी के साथ सिविल प्रकरण का विवाद बताकर दोनों पक्षों को शांति व्यवस्था बनाने की चेतावनी दे रही है। फिलहाल इस प्रकरण में विवाद गरमाने के आसार है।
मामले में तूल तब पकड़ा जब भाजपा के एक पार्षद अनिल मिश्रा ने अपने गुरू के भूखंड पर अचानक अस्थायी रूप से बने श्री ज्योतिलिंगेश्वर बगुलामुखी धाम को देखा। उन्होंने देखा कि ईटों की बाउंडी बॉल बनाकर लोहे की रोड़ चारों तरफ खड़ी की गई है और बीच में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग को रखा गया था। जिसके बाद अनिल मिश्रा के समर्थकों ने तत्काल इस स्थान को खाली करा दिया और भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग को हटा दिया। जिसके बाद भाजपा के दूसरे पक्ष के सार्थक वहां आ गए और बगुलामुखी धाम को ध्वस्त करने का आरोप लगाकर प्रदर्शन करने लगे। जबकि दूसरे पार्षद अनिल मिश्रा वहां कुर्सी जमाकर बैठ गए। विवाद की सूचना पर नगर कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंच गई और शांति व्यवस्था को बहाल किया। लेकिन विवादित भूमि स्थल को लेकर प्रदर्शन करने वाले भाजपा नेता विदित शर्मा ने बताया कि उक्त प्लाट उनके मित्र समीर गुप्ता पुत्र रणधीर गुप्ता निवासी गाजियाबाद का है। जिसमें बगुलामुखी धाम स्थापित था। जिसको पाषर्द अनिल मिश्रा ने ध्वस्त किया है और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। जबकि पार्षद अनिल मिश्रा का कहना है यह भूखंड देवी दयाल शुक्ल पुत्र कमला प्रसाद शुक्ल माधवाश्रम महाराज के शिष्य का है। जिस पर समीर गुप्ता जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहा है और लगातार धमकियां दे रहा है। फिलहाल प्रकरण गरमाया हुआ है। नगर कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने की चेतावनी दी गई है। तहसील प्रशासन तस्दीक करेगा कि प्लाट किसका है।