नवीन चौहान
हरिद्वार के प्रमुख समाजसेवी कांग्रेस के नेता मनोज जैन का आकस्मिक निधन होने से शहरवासियों को धक्का लगा है। वे कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व चेयरमैन स्वर्गीय पारस जैन के बड़े पुत्र थे। पारस जैन पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के करीबी थे। मनोज जैन राजनीति में आगे बढ़ने के लिए जीवन भर प्रयास करते रहे, लेकिन उनकी तमन्ना पूरी नहीं हो सकी। प्रदेश बनने के बाद कांग्रेस से उनके पिता पारस जैन 2002 में विधानसभा का चुनाव लड़े, लेकिन जीत उन्हें हासिल नहीं हो सके। पारस जैन के देहांत के बाद राजनीतिक विरासत संभालने के लिए मैदान में मनोज जैन उतर गए। मनोज जैन अपने उद्योग को संभालने के साथ राजनीति भी करते रहे। उन्होंने 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट की प्रबल दावेदारी की। लेकिन उन्हें कांग्रेस से प्रत्याशी नहीं बनाया। वे निराश नहीं हुए और फिर मेयर के चुनाव के लिए तैयारी करने लगे। महिला सीट होने के चलते हुए उन्होंने अपनी पत्नी को तैयारी कराई, लेकिन इस बार भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। इसके बाद उन्होंने लोकसभा 2019 की तैयारी शुरू कर दी। इस बार भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया। वे टिकट न मिलने से मायूस जरूर हो जाते थे, लेकिन फिर से कांग्रेस का बैनर उठाते हुए प्रत्याशी का साथ देने लगे। 2019 के बाद वे शहर के कार्यक्रमों में यदा कदा ही नजर आने लगे। उधर उनका स्वास्थ बिगड़ने लगा। शनिवार की देर रात को उनके निधन की सूचना आई तो शहर में शोक छा गया। शहर के गणमान्य हो या आमजन सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।