गगन नामदेव
हरिद्वार में दीपावली पर्व को लेकर बाजार सज गए है। दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठानों में सामान भर लिया है। दुकानों के बाहर जगमग रोशनी के लिए लाइट लगा दी है। दुकानो के बाहर सामान डिस्पले कर दिया है। लेकिन ग्राहकों की बेरूखी से दुकानदार निराश होने लगे है। ग्राहक सामान खरीदने को तैयार नहीं है। ऐसे में दीपावली के चार दिन पहले तक दुकानदारों के चेहरे पर चिंता की लकीरे साफ दिखाई देने लगी है।
कोरोना संक्रमण ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। हजारों लोग बेरोजगार हो गए। प्रतिष्ठानों पर ताले लटक गए। बड़े—बड़े कारोबारी संकट के दौर से गुजर रहे है। वही दूसरी ओर गरीब तबके का तो बुरा हाल है। मजदूर वर्ग को दो जून की रोटी के लाले पड़ गए है। करीब आठ महीने बाद दीपावली पर्व आया है। इस त्यौहार को लेकर जनता में खासा उत्साह रहता है। लेकिन इस बार उत्साह में कमी दिखाई पड़ रही है। लोगों के पास सामान खरीदने के लिए पैंसे नही है। फर्नीचर, कपड़े, प्लास्टिक के सामान,इलैक्ट्रॉनिक्स आइटम की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हरिद्वार के खुदरा बाजार की बात करें तो कटहरा बाजार, रानीपुर मोड़ बाजार, शिवालिक नगर बाजार, कनखल चौक बाजार, कृष्णा नगर बाजार, उत्तरी हरिद्वार में खड़खड़ी बाजार में प्रमुख तौर पर दुकानों को सजाया जाता है। हर बार की तरह इस बार भी दुकानदार पूरी तैयारी के साथ बाजार में सामान की नई—नई खेप लेकर आए है। लेकिन ग्राहकों के अभाव में दुकानदार बेहद निराश है। हालांकि दीपावली में अभी चार दिन बाकी है।
दीपावली से दो दिन पूर्व ही बाजार में ग्राहक अपने बजट के अनुसार सामान की खरीददारी करेंगे। लेकिन जिस तरह के हालात दिखाई दे रहे, उसको देखकर तो दुकानदार बेहद की सकते में है। व्यापारी नेता पुनीत गोयल ने बताया कि कारोबार में मंदी है। लेकिन आने वाले दिनों में कुछ तेजी आने की संभावना है।