नवीन चौहान.
हरियाणा के नूहं में एक बार फिर पथराव की घटना सामने आयी है। इस बार कुआं पूजन के लिए जा रही महिलाओं पर पथराव हुआ है। मामला दो संप्रदायों के बीच का होने की वजह से पुलिस प्रशासन तुरंत एक्टिव हो गया। किसी तरह मामला शांत कराया गया। शुक्रवार को भी इस मामले में पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ न किये जाने पर लोगों ने जाम लगा दिया।
जानकारी के अनुसार नूंह में गुरुवार देर शाम कुआं पूजन करके आ रही दलित महिलाओं पर कुछ शरारती तत्वों द्वारा पथराव करने का मामला सामने आया है। इसमें कई महिलाओं के घायल होने की सूचना है। डीएसपी नूंह वीरेंद्र सिंह का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच चल रही है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वार्ड नंबर 10 में रहने वाले दयाराम के बेटे दीपू को पुत्र प्राप्ति हुई थी। हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक घर व आसपास की कुछ महिलाएं कैलाश मंदिर पर कुआं पूजन के लिए जा रही थीं। जाते समय उन पर किसी ने एक-दो पत्थर फेंक दिए। इसे अनदेखा करते हुए महिलाएं कुआं पूजन करने चली गईं। आरोप है कि आते वक्त शहर के बड़े मदरसे से उन पर फिर कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंके। इसमें कई महिलाओं को चोट आई।
गुरुवार को पीड़ित परिवार व शहर के कुछ लोगों द्वारा इस घटना का पुरजोर विरोध किया गया। कुछ लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया। इसी दौरान बड़े मदरसे के मुफ्ती जाहिद भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। मामला बढ़ता देख खुद पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारनिया घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस ने वहां जमा भीड़ को खदेड़ दिया। पुलिस कप्तान ने साफ कहा कि इस मामले में जो भी दोषी है, उसको किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।