मेरठ. गुरुवार देर शाम एक निर्माणाधीन मस्जिद का लिंटर गिरने से मलबे में कई मजदूर दब गए। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लोगों ने तुरंत मलबा हटाकर मजदूरों को निकालने का प्रयास किया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जेसीबी मशीन मंगाकर मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। मलबे से 2 मजदूरों को गंभीर हालत में निकाल कर अस्पताल भेजा गया है, जहां एक की उपचार के दौरान मौत हो गई।
घटना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के लखीपुरा की है। गली नंबर 28 में एक मस्जिद का निर्माण कार्य चल रहा था। गुरुवार शाम की नमाज चल रही थी, तभी अचानक मस्जिद का लिंटर भरभरा कर नीचे गिर गया। मलबे में वहां काम कर रहे मजूदर दब गए।
लिंटर गिरने से तेज आवाज हुई जिससे आसपास के मकान भी हिल गए। दहशत में लोग अपने घरों से बाहर की ओर भागे, बाहर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। देर शाम हुई इस घटना से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। थाना लिसाड़ी गेट पुलिस के अलावा आसपास के अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मलबे से 2 मजदूरों को बाहर निकाला गया, अन्य किसी के मलबे में होने की आशंका के चलते मलबा हटाने का काम जारी है। पुलिस का कहना है कि जब तक मलबा पूरी तरह से साफ न हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता। एक मजदूर के मरने की पुष्टि जिला अस्पताल की इमरजेंसी स्टॉफ द्वारा की गई।
लिंटर गिरने से तेज आवाज हुई जिससे आसपास के मकान भी हिल गए। दहशत में लोग अपने घरों से बाहर की ओर भागे, बाहर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। देर शाम हुई इस घटना से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। थाना लिसाड़ी गेट पुलिस के अलावा आसपास के अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मलबे से 2 मजदूरों को बाहर निकाला गया, अन्य किसी के मलबे में होने की आशंका के चलते मलबा हटाने का काम जारी है। पुलिस का कहना है कि जब तक मलबा पूरी तरह से साफ न हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता। एक मजदूर के मरने की पुष्टि जिला अस्पताल की इमरजेंसी स्टॉफ द्वारा की गई।
जिस स्थान पर मस्जिद का निर्माण कार्य चल रहा है वह एक छोटी गली के अंदर है। गली के अंदर होने और अंधेरे के कारण राहत कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि दिन में ही लिंटर की दो बल्लियां टूट गई थी। जिसके बाद काम रोक दिया गया था। दो मजदूर टूटी बल्लियों को ठीक करने का काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक पूरा लिंटर गिर पड़ा। वहीं, दूसरी ओर इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।