नवीन चौहान, हरिद्वार। पुलिस महकमे से भ्रष्टाचार दूर करने की कवायद में जुटे एसएसपी ने एक मामले में अपने ही पेशकार को निलंबित कर दिया हैं। इस मामले की जांच सीओ सदर प्रकाश देवली के सुपुर्द की हैं।
शनिवार को एसएसपी कृष्ण कुमार वीके पुलिस मुख्यालय में जनता की समस्याओं को सुन रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर पुलिस मुख्यालय में घूम रहे एक युवक पर गई। एसएसपी ने एक कांस्टेबल को बुलाकर युवक के यहां आने का कारण पूछा। युवक के हाथों में कई सारी शस्त्र लाईसेंस के प्रार्थना पत्र थे। जब युवक से इन प्रार्थना पत्रों के संबंध में पूछा तो वह सकपका गया। वह इधर उधर की बाते बताने लगा। लेकिन एसएसपी के सामने उसका झूठ पकड़ा गया। युवक ने बताया कि शस्त्र लाईसेंस के प्रार्थना पत्रों की दलाली करता हैं। एक प्रार्थना पत्र के करीब सात हजार रूपये लेता है। जिसके एक हजार रूपये पेशकार साहब को देता है। जब इस संबंध में पेशकार साहब से पूछा गया तो वह भी सकपका गये। एसएसपी ने तत्काल अपने पेशकार को सस्पेंड कर दिया और प्रकरण की जांच सीओ सदर प्रकाश देवली को सौंप दी। ईमानदारी और कर्तव्यनिष्टा की पहचान रखने वाले एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने अपने ही पेशकार को सस्पेंड कर पुलिसकर्मियों को कड़ा संदेश दिया है। बताते चले कि एसएसपी ने भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिसकर्मियों पर प्रभावी कार्रवाई की हैं। उन सभी पर गाज गिरी हैं। एसएसपी की इस कार्रवाई के बाद जनपद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।