अच्छा प्रदर्शन करने पर कप्तान ने दी शाबाशी, खराब परफॉर्मेंस पर मिली डांट




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नवीन चौहान.
आपराधिक प्रकरणों सहित विभिन्न बिन्दुओं में आंकड़ों की समीक्षा कर सभी को निर्धारित टास्क पूरा करने के निर्देश देते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने कहा कि किसी भी सूरत में गैरजिम्मेदाराना रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान एसएसपी ने बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया और खराब प्रदर्शन करने वाले पुलिस कर्मियों को चेतावनी दी।

जनपद पुलिस मुख्यालय रोशनाबाद में एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल की अध्यक्षता में सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान जनपद के विभिन्न थाना/कार्यालयों से अपनी समस्या लेकर पहुंचे जवानों की समस्याओं की जानकारी कर प्राथमिकता के आधार पर उनका निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया।

तत्पश्चात प्रमेन्द्र डोबाल ने अक्टूबर माह में बड़ी वारदातों के खुलासे एवं जनता के मध्य पुलिस की छवि को उज्जवल बनाने में अहम योगदान देने वाले 31 जवानों तथा ऑपरेशन स्माइल के दौरान फील्ड में कठिन परिश्रम कर 385 गुमशुदा लोगों को उनके परिजनों से मिलाने पर स्माइल टीम के 12 सदस्यों को प्रशस्तिपत्र देकर पुरुष्कृत करते हुए उनकी प्रशंसा की गई।

उपविजेता बनी टीम से किया वादा निभाया-
पिछले माह अन्तर्जनपदीय फुटबाल प्रतियोगिता की उपविजेता बनी हरिद्वार पुलिस की टीम से भेंट के दौरान एसएसपी हरिद्वार द्वारा उन्हे इस उम्दा प्रदर्शन पर ट्रैकसूट प्रदान करने का वायदा किया था। आज अपने वादे को पूरा करते हुए सैनिक सम्मेलन के दौरान प्रमेन्द्र डोबाल ने टीम के सभी सदस्यों को ट्रैकसूट प्रदान कर अपना वायदा पूरा किया।

अपराध गोष्ठी-
सम्मेलन एवं सम्मान समारोह के पश्चात प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा जनपद के सभी पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में माह अक्टूबर की अपराध गोष्ठी की शुरुआत की गई। बीते माह जनपद में घटित गृहभेदन, वाहन चोरी, N.D.P.S. एक्ट, साईबर फ्रॉड सम्बन्धित आपराधिक घटनाओं एवं लंबित प्रकरणों के खुलासे से सम्बन्धित आंकड़ो के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया। तत्पश्चात निरोधात्मक कार्यवाही, महिला उत्पीड़न, एससी/एसटी एक्ट, चोरी-लूट की घटनाओं में बरामदगी व लम्बित एसआर केस के थानावार तीन वर्षीय आंकड़ों की समीक्षा करते हुए लम्बित प्रकरणों के निस्तारण के लिए सर्किल ऑफिसर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

पुलिस कप्तान द्वारा नशे की गिरफ्त में आए युवाओं का चिन्हीकरण कर मनोचिकित्सकों से उनकी काउंसलिंग करवाने एवं उन्हे पुनः समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए की जा रही कार्यवाही की समीक्षा करते हुए सभी थाना प्रभारियों को कड़े शब्दों में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा कन्वेक्स मिरर स्थापित किए जाने हेतु एसपी ट्रैफिक अजय कुंभार गणपति एवं क्षेत्राधिकारी यातायात व यातायात निरीक्षक हरिद्वार/रुड़की से समन्वय बनाकर दुर्घटना संभावित स्थानों का चयन करते हुए रिफ्लेक्टर स्थापित किए जाने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए।

एसएसपी द्वारा माह अक्टूबर में गोपनीय रुप से स्वयं समस्त थानों के कार्यों का मुल्यांकन किया जा रहा था जिसमें उपलब्ध मानव एवं अन्य संसाधनों के बेहतरीन उपयोग करने एंव अपराधियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने व माह में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर विजय सिंह का कार्य नम्बर वन पाया गया जिन्हे प्रशस्ति पत्र देकर उनकी पीठ थपथपाकर सम्मानित किया।

सैनिक सम्मेलन एवं अपराध गोष्ठी के दौरान एसपी क्राइम/ट्रैफिक अजय कुंभार गणपति, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ लक्सर मुकेश ठाकुर, सीओ मंगलौर बहादुर सिंह चौहान, सीओ सिटी जूही मनराल, सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी, सीओ ज्वालापुर/ऑप्स निहारिका सेमवाल, सीओ सिड़कुल स्वप्निल मुयाल सहित सभी थाना प्रभारी, शाखा प्रभारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

अपराध गोष्ठी के दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल माह अक्टूबर के अपराध के आंकड़ों की समीक्षा करते हुए दिये गये आवश्यक दिशा निर्देश-

1- देखने में आ रहा है कि दोपहिया
वाहन चोरियों पर लगाम नहीं लग रही है जो उचित नहीं है , सभी थानाध्यक्ष सायं को सड़क पर उतरें अलग-अलग प्वाइंटों पर चैकिंग करायी जाये जिससे वाहन चोरी भी रुकेगी और दुर्घटना भी पुलिस का काम आंकड़ों के साथ ग्राउण्ड़ में दिखना भी चाहिए साथ ही अपराधियों पर पुलिस का खोफ होना बहुत जरुरी है मुझे अगले 15 दिवस में वाहन चोरी एंव एनड़ीपीएस के मामलों में रिजल्ट चाहिए जिस थाना प्रभारी के क्षेत्र में कार्यवाही नहीं होगी उसके विरुद्ध कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।


2- सर्दियों में धुंध के कारण चोरी, डकैती आदि आपराधिक घटनाओं में वृद्धी देखी जाती है। सभी थाना प्रभारी रात्री गश्त में नियुक्त कर्मचारियों को नियमित रूप से ब्रीफ किया जाए तथा अस्लाह व टार्च के साथ ही गश्त पर रवाना किया जाए।

3-रात्री अधिकारी सरकारी वाहन को लगातार मूवमेंट पर रखें और संदिग्ध व्यक्ति/ वाहन की चैकिंग के साथ-साथ थाना गश्त और चेतक मोबाइल को भौतिक रूप से चैक करें।
4- धुंध में तेज गति से वाहन चलाने के कारण सर्दियों में वाहन दुर्घटनाओं की संभावना अधिक रहती है। यातायात निरीक्षक थाना प्रभारियों से समन्वय स्थापित कर वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगावाने एवं तेज गति अथवा शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सक्रिय अभियान चलाएं।

5- कोई व्यक्ति दुर्घटना में मर गया तो पुलिस के पास उसको देने के लिए कुछ नहीं है लेकिन हम कम से कम सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हे दे सकते हैं। थाना प्रभारी सुनिश्चित करें कि सड़क दुर्घटना होने की स्थिती में मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी I-RAD ( Intergrated Road Accident Data) के कॉलम जरूर भरे। दुर्घटना सम्बन्धित मुकदमों में विवेचक M.A.C.T. और Solatiun Scheme के तहत प्रभावी कार्यवाही करें ताकी दुर्घटना पीड़ित को समय रहते मुआवजा अथवा वित्तीय सहायता मिल पाए।

6- देखन में आ रहा है कि उच्च स्तर पर प्राप्त हो रहे आदेश-निर्देशों थाना स्तर पर गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है जो उचित नहीं है सम्बन्धित प्रभारी प्रतिदिन कार्यालय में बेठकर डाक का अवलोकन करें उसके बाद उसका शतप्रतिशत अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे जिस स्तर पर पैंडेंसी पायी जायेगी सम्बन्धित कि जिम्मेदारी तय करते हुए उसके विरुद्ध तत्काल कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

7- अपने अधिनस्थ नियुक्त फोर्स को सही तरीके से यूटीलाइज किया जे और उन्हे टास्क देकर उक्त टास्क की समीक्षा की जाए। थाना स्तर पर संवेदनशील स्थानों पर पुलिस कर्मियों को सादे वस्त्रों में नियुक्त सूचनाओं के संकलन किया जाए।

8- किसी भी थाने में L/O की स्थिति नहीं आनी चाहिए। सभी थानाध्यक्ष अपने थाने की ऐसी हर बात का संज्ञान रखें जो बडी‌ हो सकती हैं,घटना को होने से पहले रोकने का प्रयास होना चाहिए इस हेतु सभी थाना प्रभारी प्रतिदिन के कार्यो के सायं को अपने अधिनस्तों के साथ समीक्षा अवश्य करें।

9- आगजनी की घटनाओं को देखते हुए C.F.O. तो निर्देशित किया गया कि फायर यूनिटों में कर्मियों को उपकरणों के साथ तैयारी का दशा में रखा जाए जिससे कि किसी भी प्रकार की घटना होने पर हमारा रिस्पांस टाइम बेहतर रहे और घटना में नुकसान कम से कम हो।

10- जनपद में स्थापित शुगर मिलों में गन्ना पिरोई एवं भुगतान का कार्य प्रचलित है जिससे उन स्थानों पर आपराधिक घटना अथवा दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। सम्बन्धित थाना प्रभारी ऐसे स्थानों पर गश्त को निरंतर नियुक्त किया जाए।

11- हर क्षेत्राधिकारी अपने सर्किल में 15 दिन में एक बार OR अवश्य ले। विवेचना में धारा का घटना/बढ़ना/ऐसा क्यों हो रहा है अगर नियम के हिसाब से है तो ठीक है…सब आपके नॉलेज में होना चाहिए। इन सब बातों को गंभीरता से लेते हुए OR लें।

12- हरिद्वार एवं रुड़की शहर में ट्रैफिक लाइट कम हैं अथवा खराब दशा में हैं जिस कारण आए दिनों जाम की समस्या बनी रहती है। एसपी ट्रैफिक को निर्देशित किया कि परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित कर महत्वपूर्ण स्थानों पर नई ट्रैफिक लाइट स्थापित करने व खराब पड़ी लाइटों को दुरुस्त करने की कार्यवाही पूरी कर ली जाए।

13- जुगाड़ वाहनों पर लगाम लगाने के लिए सामान के आपूर्तीकर्ता को जवाबदेह बनाया जाए तथा उन्हे नोटिस देने के उपरांत नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाए।

14- महिला हेल्पलाईन प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि पारिवारिक झगड़े वाले मामलों में सुलह न हो पाने पर अन्तिम काउंसलिंग नोडल ऑफिसर के सम्मुख की जाए। जिन प्रकरणों में मुकदमें पंजीकृत किए जाने हैं उनकी रिपोर्ट मेरे कार्यालय में प्रेषित की जाए।

15- जनपद को आवंटित पीएसी कंपनी कमांडरों को अवगत कराया गया कि जिन थानों में पीएसी कैंप कर रही है उन थानों हेतु पूरी मैनपावर संवेदनशील स्थानों पर नियुक्त की जाए। मैनपावर किसी भी दशा में कम न की जाए, यह सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी की जिम्मेदारी होगी।

16- यातायात व्यवस्था बनाए जाने हेतु अन्य शहरों की भांति हरिद्वार व रुड़की में भी कैमरों के माध्यम से चालानी प्रक्रिया लागू करना अतिआवश्यक है। जिस हेतु एसपी ट्रैफिक/क्राइम को निर्देशित किया गया कि उक्त हेतु आवश्यक कार्य करते हुए 01 माह के भीतर कार्यवाही अमल में लायी जाए।

17- गैंगस्टर कार्रवाई को तेज करें। जिन पर पहले गैंगस्टर हुआ था उसमें सभी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। बिना मेरे संज्ञान के बड़े मुकदमे की विवेचना चेंज न करें।

18- डेन्सो चोक/ सैन्ट मेरी स्कूल के आस पास एंव अन्य भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर छेड़खानी की घटनाएं सुनने में आ रही है जो उचित नहीं है उन स्थानों पर सादे वस्त्रों में पुलिस कर्मियों को नियुक्त करते हुए इस प्रकार के अराजक तत्वों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जाये , मुझे छेड़खानी करने वाले अभियुक्तों के खिलाफ कार्यवाही चाहिए नहीं तो अपराधियों को बढावा मिलेगा।

एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा सभी ऑफिसर्स से कहा गया कि हमें पूरी टीम भावना के साथ काम करना है और पब्लिक फ्रैंडली पुलिसिंग करनी है ताकि जनता बिना किसी डर के पुलिस को अपने दुख बताए और पुलिस उस समस्या का निवारण कर पाए।

पुलिस मैन ऑफ द मंथ” माह जुलाई, 2023-
कोतवाली नगर हरिद्वार-
1- प्र०नि० भावना कैन्थोला
2- उ0नि0 नरेन्द्र सिंह रावत
3- उ0नि0 रमेश सैनी (सम्बद्ध सीआईयू)
4- का० 516 ना०पु० निर्मल
5- का0 314 ना०पु० सतीश

थाना कनखल
6- का0 1423 ना०पु० प्रदीप जोशी

थाना पथरी
7- का0 1060 सुल्तान सिंह

कोतवाली रानीपुर
8- व0उ0नि0 नितिन चौहान
9- का० 1135 ना०पु० अजय
10- का0 176 ना०पु० गम्भीर

कोतवाली ज्वालापुर
11- उ0नि0 वाजिन्द्र नेगी

थाना बहादराबाद
12- उ0नि0 चरण सिंह चौहान
13- हे०कां 366 ना०पु० विनोद चौहान
14- कां० 686 ना०पु० सुनील नेगी
15- कां0 847 ना०पु० विकास थापा

कोतवाली रुड़की
16- उ0नि0 नितिन बिष्ट
17- का0 393 विपिन
18- काO 772 सुरेश तोमर

थाना कलियर
19- म0का0 1218 सोफिया अंसारी

थाना भगवानपुर*
20- उ0नि0 संजय पुनिया
21- का० 113 अमित रावत

वाचक कार्यालय
22- हे0का0 150 स०पु० विरेन्द्र कुमार
23- का 740 नि.पु. रविन्द्र रावत

मीड़िया सेल
24- कां0 746 ना0पु0 सूरज सिंह नेगी
25- कां0 26 स0पी0 रविन्द्र रावत

सीआईयू हरिद्वार
26- उ0नि0 रणजीत तोमर
27- काO 648 ना0पु0 वसीम अकरम
28- उ0नि0धर्मेन्द्र राठी
29- हे0का0 312 ना०पु० सुरेश रमोला
30- का0 1187 ना०पु० नितिन कुमार

फायर स्टेशन मायापुर
31- एफ0एम0 मातबर सिंह



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