नवीन चौहान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उप चुनाव में घेरने के लिए कांग्रेस ने चक्रव्यूह तैयार किया है। कुमांऊ क्षेत्र में फील्डिंग सजा दी गई है। यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष, करण माहरा को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष और भुवन चंद्र कापड़ी को उप नेता प्रतिपक्ष के दायित्व सौंपकर रणनीति बनाई है। वही युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी जौनसार के कददावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह चौहान से देर रात मुलाकात करके नया दांव खेल दिया है।
युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उप चुनाव की अग्निपरीक्षा पास करनी है। इसके लिए उनको चुनाव में जाना है। धामी के लिए भाजपा के करीब आधा दर्जन से अधिक विधायक अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार है। कांग्रेस किसी भी सूरत में उप चुनाव को जीतकर भाजपा को पटखनी देना चाहती है। इसी के लिए कांग्रेस ने कुमांऊ क्षेत्र से ही प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता सदन की जिम्मेदारी देकर एक चक्रव्यूह तैयार किया है। जिसमें भाजपा के मुख्यमंत्री को घेरा जा सके और चुनावी शिकस्त दी जा सके। हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी पहले ही अलर्ट है। उप चुनाव की जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। भाजपा के पास एक मजबूत संगठन और बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज है। जिनके दम पर धामी उप चुनाव में आसानी से सफलता हासिल कर सकते है। इसके बाबजूद धामी चुनाव में कोई रिस्क नही लेना चाहेंगे। अपने लिए मुफीद विधानसभा क्षेत्र का चयन करेंगे। कैंट विधानसभा सीट भाजपा का मजबूत गढ़ समझा जा सकता है। फिलहाल उत्तराखंड की राजनीति में धामी युग का आगाज हो चुका है। युवा मुख्यमंत्री की सरकार है। जिसके नेतृत्व में उत्तराखंड का इतिहास लिखा जा रहा है। ये तो आने वाला वक्त बतायेगा कि उत्तराखंड के विकास के लिए युवा मुख्यमंत्री का विजन क्या है। फिलहाल तो उप चुनाव में कांग्रेस के चक्रव्यूह को भेदने पर सभी की नजर है।