नवीन चौहान
हरिद्वार जनपद में गैस सिलेंडरों की सप्लाई प्रक्रिया सॉफ्ट है। इससे व्यवसायिक उपयोग में घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन इन घरेलू गैस सिलेंडरों से हरिद्वार जनपद में आई तीन घटनाओं से विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए है। यही नहीं, घरेलू गैस सिलेंडरों से गैस की रिफलिंग के मामले भी बढ़ रहे हैं। गलियों में घरेलू गैस सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में गैस भरने के मामले भी बढ़ रहे हैं। ज्वालापुर में गैस सिलेंडरों में कम गैस निकलने का मामला भी रिफलिंग से जुड़ा हुआ था। जिला आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को स्वयं पता नहीं कि कब कार्रवाई होगी। क्योंकि सभी अधिकारियों के पास कोरोना संक्रमण के फैलने से उपजी समस्या के बाद से बंद पड़े होटल, रेस्टोरेंट और शादी समारोह में कोई चेकिंग अभियान नहीं चलाया गया। इससे गैस के अवैध कारोबार के हौसलें बुलंद हैं और लगातार दुर्घटना होने के मामले सामने आ रहे हैं। जिला आपूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल ने बताया कि घरेलू गैस सिलेंडरों को व्यवसायिक उपयोग नहीं होने दिया जाएगा। अभियान चलाकर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
हरिद्वार जनपद में हाल में हुई घटना
— 7 नवंबर को मंगलौर में मिठाई की दुकान में गैस सिलेंडर फट जाने से दुकान के अंदर बैठे और आसपास से गुजर रहे करीब 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थें, जिनमें घायल हुए एक पुलिसकर्मी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
— 12 नवंबर को भगवानपुर थाना क्षेत्र के सिसौना गांव में सुबह खाना बनाते समय रसोई गैस सिलिंडर में जोर का धमाका हुआ। इस हादसे में दंपती समेत छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे।
— 22 नवंबर को हरिद्वार के ज्वालापुर में शादी समारोह का भोजन तैयार करते समय सिलेंडर से गैस निकल गई और आग लगने से अफरा तफरी मच गई। हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हो सकी थी।