आयुर्वेद कॉलेज की दुर्दशा देख कैबिनेट मंत्री हरक सिंह का चढ़ा पारा




हरिद्वार। वन एवं आयुष मंत्री हरक सिंह रावत अपने विंदास अंदाज के लिये जाने जाते हैं। वह साफ बोलते है। ऐसे ही हरक के तेवर ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज में चरक जन्म स्मृति समारोह के कार्यक्रम में दिखाई दिये। आये तो कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने थे, पर ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक कालेज की दुर्दशा देखकर उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने मंच से कॉलेज की दुर्दशा पर सभी को खूब खरी खोटी सुनाकर सुस्ती दूर करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जो अब तक होता आया है वैसा अब नहीं चलेगा। गुरुकुल और ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज का कायाकल्प वैज्ञानिक तरीके से किया जायेगा। जिसका लाभ देश प्रदेश की जनता को मिलेगा।
ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में महर्षि चरक जन्म स्मृति एवं अतिथि अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन वन पर्यावरण एवं आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम के शुभारंभ से पूर्व उन्होंने चंदन वाटिका में पौधा रोपण किया। तथा ऋषिकुल का निरीक्षण किया। इसके बाद समारोह को संबोधित करते हुये हरक सिंह रावत ने आयुर्वेद कालेज की दुर्दशा पर अपनी पीड़ा व्यक्त कर दी। उन्होंने कहा गुरुकुल और ऋषिकुल की स्थिति बदहाल है। यहां धरातल पर कोई कार्य नहीं दिखाई पड़ रहा। कालेज परिसर जंगल बना हुआ है। झाड़ियों और झंकाड़ के अंबार लगे है। बजट का रोना रोने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की इच्छा शक्ति खत्म हो गई है। यदि पांच लोगों का स्टॉफ और कालेज के विद्यार्थी एक दिन भी श्रमदान करें तो कालेज परिसर में खुशबू महकने लगेगी। उन्होंने कहा कि जिनके घरों में सफाई नहीं होती वहां तो रिश्तेदार भी नहीं आते तो आपके कालेज में कौन आयेगा। जहां सफाई होती है वहां उन्नति होती है।

hrd801

हरक सिंह ने नसीहत देते हुये कहा कि अस्पताल को इलाज के लिये बेहतर बनाने की जरुरत है। जिसके लिये सिडकुल मैनुफेक्चरिंग के अध्यक्ष व पदाधिकारियों ने बात की गई है। एसएमए की मदद से वैज्ञानिक तरीके से गुरुकुल और ऋषिकुल का कायाकल्प किया जायेगा। यहां चिकित्सा की बेहतर व्यवस्था की जायेगी। इसके साथ ही सप्ताह में एक बार शिविर लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में आयुर्वेद की बहुत फार्मेसी है। जिनको कमाई का एक प्रतिशत आयुर्वेद के उत्थान में खर्च करना होता है। इस बजट से आयुर्वेद के अस्पतालों में सुधार के कार्य कराये जाये। हरक सिंह के मुख से इन बातों को सुनकर आयुर्वेदाचार्यो के चेहरे देखने लायक हो गये। कार्यक्रम का संचालन डा प्रेम चंद्र शास्त्री ने किया। परिसर के निदेशक प्रोफेसर सुनील जोशी ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में कुलपति एके त्रिपाठी, गुरुकुल के निदेशक डा राधा बल्लभ सती, नरेश चौधरी, डा अजय गुप्ता, डा ओपी सिंह समेत कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। इससे पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक और मेयर मनोज गर्ग ने भी चरक वाटिका में पौधारोपण किया।

hrd802

डाबर कंपनी का रस रसायन पर विशेष फोकस

हरिद्वार। डाबर आयुर्वेदिक कंपनी की ओर से आयुर्वेद के चिकित्सकों को बढ़ावा देने का अभियान शुरू कर दिया है। जिसके चलते ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज में रस रसायन पर विशेष केंद्रित एक सेमीनार का आयोजन किया गया। डाबर इंडिया लिमिटेड के डॉ दुर्गा प्रसाद हेड एथिकल मार्केटिंग ने बताया कि डाबर पंरपरागत आयुर्वेद को बढ़ा रही है। आयुर्वेद के चिकित्सकों को इसका लाभ मिलेगा। आयुर्वेदिक दवाईयों से बीमारी जड़ से खत्म होती है।

स्टोरी – नवीन चौहान 



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *