हरिद्वार। धर्मनगरी में दो जून की रोटियों के लिये महिलायें जिस्म का सौदा कर रही है। महिलाओं के जिस्म का सौदा कराने का काम पुरुष दलाल कर रहे हैं। ये दलाल जिस्म फरोशी का धंधा करने वाली महिलाओं को होटलों का पता देकर भेजते है। हरिद्वार के श्रवणनाथ नगर और सिडकुल के कई होटलों में ये धंधा बखूबी जारी है। हालांकि पुलिस प्रशासन ने कई बार इन होटलों में छापा माराकर सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। लेकिन दलालों की मजबूत पकड़ के चलते ये धंधा आज भी बखूबी जारी है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल समेत कई राज्यों की महिलायें इस अवैध धंधें को करने हरिद्वार आ रही हैं।
मां गंगा की पवित्र नगरी देवभूमि हरिद्वार इन दिनों सैक्स रैकेट के धंधें की मंडी बनता जा रहा है। बताते चलें कि हरिद्वार में आस्थावान श्रद्वालुओं का आगमन होता है । लेकिन सिडकुल की स्थापना के साथ ही देश के कई दूसरे राज्यों से लोग रोजगार के लिये हरिद्वार आकर रहने लगे। बाहरी राज्यों से आये इन लोगों ने सिडकुल, शिवालिकनगर के आसपास, रोशनाबाद, रावली महदूद, विष्ण लोक कालोनी आदि में किराये के घरों में शरण ली। ये लोग सिडकुल की कंपनियों में काम करने लगे। इन लोगों के बीच में अवैध कृत्यों को अंजाम देने वाले लोगों ने भी हरिद्वार में शरण ले ली। इन लोगों ने जिस्म फरोशी के धंधे का कारोबार शुरू कर दिया। रोजगार ना मिलने से मजबूत महिलाओं की मजबूरी का फायदा उठाना शुरू कर दिया। इन महिलाओं को जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल दिया। कई महिलायें तो बाकायदा दो जून की रोटी के लिये इस अवैध कृत्य को करने को विवश हो गई। जिस्म के दलालों की हरिद्वार और सिडकुल के होटलों में घुसपैठ बढ़ी तो बाकायदा ग्राहकों की पंसद के मुताबिक दिल्ली, हरियाणा,पंजाब, हिमाचल और उत्तर प्रदेश की महिलाओं की सप्लाई की जाने लगी। धीरे-धीरे जिस्म के कारोबार का एक पूरा नेटवर्क खड़ा हो गया। जिसकी तह में जाना पुलिस के टेड़ी खीर साबित हो रहा है।