haridwar में कोरोना पॉजीटिव मरीजों को अस्पताल में काट रहे मच्छर, जानिए पूरी खबर




गगन नामदेव
कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को अस्पताल में मच्छरों से मुकाबला करना पड़ रहा है। वही एक शौचालय होने की शिकायत भी मरीजों ने की है। हाईकोर्ट के निर्देशों पर कोविड उपचार व्यवस्थाओं की निगरानी के लिये गठित डिस्ट्रिक्ट माॅनिटरिंग कमेटी ने शैलेन्द्र सिंह नेगी, प्रअ/डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार(नामित प्रतिनिधि जिला मजिस्ट्रेट) के नेतृत्व में राजकीय मेला चिकित्सालय, हरिद्वार, बाबा बर्फानी आईसोलेशन केन्द्र, रोडवेज बस स्टेशन एवं रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के दौरान कई प्रकार की समस्याओं का पता चला। जिनकों दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए गए है।
टीम ने सर्वप्रथम राजकीय मेला चिकित्सालय, हरिद्वार का पीपीपी किट पहनकर अस्पताल के आपातकालीन कोविड-19 वार्ड का निरीक्षण किया तथा वहां भर्ती मरीजों से बातचीत की तथा उनका हालचाल पूछा। मरीजों ने बताया कि एक ही शौचालय होने की वजह से काफी परेशानी होती है। इसके अतिरिक्त कुछ मरीजों ने मच्छरों के काटने की भी शिकायत की। इस पर जब शेलेन्द्र सिंह नेगी ने अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डाॅ राजेश गुप्ता से पूछा तो उन्होंने कहा कि आॅलआउट की व्यवस्था की गयी है। निरीक्षण पर गयी टीम ने प्रमुख अधीक्षक को सलाह दी कि कुछ और शौचालयों की व्यवस्था कोविड-19 वार्ड में की जाए।
डाॅ राजेश गुप्ता ने टीम को बताया कि अस्पताल में कुल 60 बेड हैं। 08 बेड आईसीयू में हैं। अस्पताल में सबसे पुराना मरीज 09 दिन पहले भर्ती हुआ था। अस्पताल में पीपीपी किट पर्याप्त मात्रा में हैं। बिजली चली जाने पर जनरेटर की व्यवस्था है। तीन टाइम चाय, खाना और प्रत्येक दिन मीनू बदलकर दिया जाता है। जो चाय नहीं पीता है, उसे दूध दिया जाता है। मरीजों को काढ़ा देने की भी व्यवस्था है। प्रोटोकाॅल के अनुसार दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कोविड-19 वार्ड में डाॅक्टर की तैनाती 24 घण्टे रहती है। अस्पताल की सभी व्यवस्थायें देखने के बाद निरीक्षण की टीम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को सन्तोषजनक बताया।
समस्या एक ही एंबूलेंस
टीम के सदस्यों ने प्रमुख अधीक्षक से अस्पताल की दिक्कतों के सम्बन्ध में पूरा तो प्रमुख अधीक्षक ने निरीक्षण करने वाली टीम को बताया कि एक ही एम्बुलेंस होने की वजह से मरीजों को स्थानान्तरित करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने मिशन हाॅस्पिटल, हरिद्वार की शिकायत की कि वे पाॅजेटिव मरीजों को बिना प्रोटोकाॅल का ध्यान रखते हुये मेला हाॅस्पिटल को रेफर कर देते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

मेला अस्पताल का निरीक्षण करने के पश्चात टीम बाबा बर्फानी कोविड केयर सेण्टर पहुंची। टीम को क्वारंटाइन केन्द्र के इंचार्ज डाॅ नीरज, एआरओ ने बताया कि केन्द्र में कुल 12 शौचालयों की व्यवस्था है तथा सबसे पुराना लक्षण रहित व्यक्ति 10 दिन पहले केन्द्र में आया था। टीम ने जब केन्द्र में भर्ती व्यक्तियों का ब्यौरा बताने को कहा तो वे स्पष्ट स्थिति नहीं बता पाये। श्री शैलेन्द्र सिंह नेगी ने इस सम्बन्ध में जारी गाइड लाइन का पालन करने के निर्देश दिये।
टीम ने बिजली व्यवस्था के बारे में जब आईसोलेशन केन्द्र के इंचार्ज से पूछा तो उन्होंने बताया कि बिजली कट हो जाने पर जनरेटर की व्यवस्था नहीं है, जिससे परेशानी होती है।
निरीक्षण करने वाली टीम ने क्वारंटाइन सेण्टर में भर्ती लोगों से भी वहां की व्यवस्था के बारे में पूछताछ की।
सफाई व्यवस्था के सम्बन्ध में निरीक्षण करने गयी टीम ने सफाई ठेकेदार मुन्नालाल को सफाई व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिये तथा भोजन की व्यवस्था देखने वाले इंचार्ज को भोजन की व्यवस्था में भी पर्याप्त सुधार लाने तथा क्वारंटाइन के लिये जारी एसओपी का कड़ाई से पालने करने के निर्देश दिये। टीम ने जब सुरक्षा के सम्बन्ध में पूछा तो बताया गया कि यहां पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है तथा एक गार्ड 24 घण्टे तैनात करने की बात कही।
टीम ने रोडवेज बस अड्डे का निरीक्षण किया तथा वहां उपस्थित प्रतीक जैन, सहायक महाप्रबन्धक, उत्तराखण्ड परिवहन निगम से बाहर से आने वाले यात्रियों के स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में जानकारी ली। श्री जैन ने बताया कि बस कण्डक्टर को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं हो जाने तथा मास्क पहनने के पश्चात ही किसी बस को रवाना किया जाये। टीम के सदस्यों ने वहां बस स्टेशन पर मौजूद एक कण्डक्र से भी थर्मल स्क्र्रीनिंग व मास्क के सम्बन्ध में जानकारी ली। उसने बताया कि इसका पूरा पालन कराया जा रहा है।
टीम ने सहायक महाप्रबन्धक को निर्देश दिये कि स्टेशन पर आने वाले यात्रियों में जन-जागरूता बढ़ाने के लिये समय-समय पर मास्क पहनना, सोशल डिस्टिेंसिंग तथा सेनेटाइजर एवं साफ-सफाई के बारे में एलाउन्समेंट करते रहें।
रोडवेज बस अड्डे का निरीक्षण करने के पश्चात टीम ने रेलवे स्टेशन की ओर रूख किया, जहां पहुंचकर टीम ने स्टेशन पर रवानगी की तैयारी में खड़ी रेल के यात्रियों की ओर मुखातिब हुये तो अधिकतर यात्री बिना मास्क लगाये बैठे थे। टीम के संयुक्त सदस्य शैलेन्द्र सिंह नेगी ने यात्रियों को मास्क के महत्व को बताते हुये मास्क लगाने को कहा।
निरीक्षण के दौरान एमके सिंह स्टेशन अधीक्षक को स्टेशन पर तथा रेल के अन्दर समय-समय पर यात्रियों से मास्क पहनना, सोशल डिस्टिेंसिंग,सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना आदि के सम्बन्ध में जन-जागरूता लाने के लिये एलाउन्समेंट करते रहने की सलाह दी। निरीक्षण करने वाली टीम ने स्टेशन अधीक्षक को पानी के नलों के पास हैण्डवाॅश या साबुन की सुविधा भी उपलब्ध कराने को कहा।
निरीक्षण के दौरान अरूण वोरा, प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नमित शर्मा, प्रेसीडेंट, डीबीए, हरिद्वार, डाॅ एचडी शाक्य, एसीएमओ हरिद्वार, मनीष तिवारी, एआरटीओ, हरिद्वार, डाॅ विनय सिंह आदि मौजूद थे।



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