नवीन चौहान, हरिद्वार। हरिद्वार पुलिस और जिला प्रशासन की मुस्तैदी के चलते 10 अप्रैल को होने वाले बंद का असर हरिद्वार जनपद में दिखाई नहीं दिया। सामान्य दिनों की तरह की स्कूल और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में भी रोजाना की तरह ही कार्य हुआ। किसी स्थान से भी कोई अप्रिय समाचार की जानकारी नहीं मिली है। हालांकि जनपद पुलिस सुरक्षा के दृष्टिगत पूरी तरह से अलर्ट रही। पुलिस और खूफिया विभाग की टीम क्षेत्रों से जानकारी जुटाती रही।
सोशल मीडिया पर 10 अप्रैल को भारत बंद होने की सूचना प्रचारित की जा रही थी। इस संदेश के बाद जनपद प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से सजग था। 2 अप्रैल को दलित समाज के द्वारा आयोजित भारत बंद के दौरान हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले विवाद से सबक लेते हुये प्रशासन और पुलिस ने पूरी रणनीति बनाई थी। प्रशासन और पुलिस ने समन्वय बनाकर सुरक्षा के दृष्टिगत चाक चौबंद प्रबंध किये थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया। जनपद के थानों की पुलिस ने शांति मीटिंग कर क्षेत्र के गणमान्य लोगों से कानून व्यवस्था बनाकर रखने की अपील की गई। इसके अलावा एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने जनपद पुलिस के अलावा क्षेत्र के नागरिकों से शांति व्यवस्था को बहाल रखने की अपील की थी। प्रशासन और पुलिस की ओर से सभी को स्कूल और व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोलने का संदेश दिया गया। मंगलवार को प्रशासन और पुलिस की प्रयासों का असर दिखाई पड़ा। किसी स्थान पर भी किसी के बंद में शामिल होने की सूचना नहीं मिली। दोपहर डेढ़ बजे तक हरिद्वार जनपद में शांति व्यवस्था दिखाई दी।