नवीन चौहान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन के बाद अब प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है। इसी के साथ शराब बांटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। प्रत्याशी मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए वोटरों के सामने पूरी तरह से नतमस्तक हो चुके है। ऐसे में सबसे अहम बात यह है कि देशी शराब का पव्वा पीने वाले वोटर भी अंग्रेजी शराब की पूरी बोतल गटक रहे है। शाम ढलते ही प्रत्याशियों से शराब लेने का सिलसिला शुरू हो रहा है। कई शराबी तो नालियों में बेहोशी की हालत में मिल रहे है। पुलिस ऐसे बेबड़ों को नालियों से उठाकर घर तक छोड़कर आ रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पंचायत चुनाव शुरू होने के बाद शराब पीने वालों की संख्या में इजाफा हो गया। बीती रात्रि चार लोगों को अलग—अलग स्थानों से नशे की हालत में उनके घर छोड़कर आए। उन्होंने बताया कि सभी मजदूर प्रवृत्ति के लोग है।
बताते चले कि शाम को मजूदर अपना कार्य पूर्ण करने के बाद नहा धोकर प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालयों के इर्द गिर्द मंडराते है। प्रत्याशियों से शराब की डिमांड करते है। बेचारे प्रत्याशी भी वोटर को नाराज कैसे करे। वोटर की इच्छा को पूर्ण करने के लिए शराब की बोतल देने को विवश है। ग्रामीण क्षेत्रों में फिलहाल चुनाव की पूरी रौनक है। लेकिन बेबड़ों की मौज है। मुफ्त की शराब का पूरा आनंद है। पुलिस की मुसीबत बढ़ी हुई है। शराब पीने के बाद झगड़ों की तादात भी बढ़ गई है। ऐसे में शांतिपूर्ण मतदान कराना पुलिस के चुनौती बनता जा रहा है।