गगन नामदेव
फेसबुक पर दोस्ती करने के बाद व्हाटसएप पर अश्लील वीडियो दिखाकर वीडियो को सोशल साइट पर डालने की धमकी देकर एक महिला ने देहरादून के व्यक्ति के साथ 21 हजार की ठगी कर ली। वही दूसरे मामले में शादी में मेकअप करने के नाम पर 95 हजार की ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया है। साइबर थाने में अजीबो—गरीब धोखाधड़ी के मामले प्रकाश में आ रहे है। ठगी का शिकार बने पीड़ितों को पुलिस इंसाफ दिलाने का प्रयास कर रही है। लेकिन इससे पहले सभी को जागरूक होना बहुत जरूरी है।
स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में ठगी का शिकार बने पीड़ितों की शिकायत पहुंची। देहरादून के रिंग रोड निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि उनका रिंग रोड पर सैलून है। एक व्यक्ति ने फोन किया। स्वंय को भारतीय सेना में बताया। जिसने शादी में मैकअप की बुंकिग करने की बात कही। बुकिंग के लिए दस हजार एडवांस देने की बात बताई। अज्ञात व्यक्ति ने फोन पे के माध्यम से भुगतान के लिए 05 रुपये शिकायतकर्ता के फोन पे एकाउन्ट पर भेजते हुये शेष धनराशि लिंक से भेजने की बात कही। फोन पर लिंक भेज दिया। जैसे ही लिंक पर क्लिक किया तो अज्ञात व्यक्ति ने उसके खाते से 95000/- हजार रूपये निकाल लिये। उप निरीक्षक प्रतिभा ने जांच की तो पाया कि PAYU वालेट में धन प्राप्त कर धोखाधडी की है। जो राजस्थान में है।
दूसरे प्रकरण में जीएमएस रोड़ देहरादून निवासी व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करायी कि एक अज्ञात महिला ने उन्हे फेसबुक पर दोस्ती का प्रस्ताव भेजकर दोस्ती की। कुछ समय पश्चात उन दोनों के बीच व्हाट्सएप बातचीत होने लगी। उक्त महिला ने व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो दिखाई। झासें में लेकर उसकी भी अश्लील विडियो बना ली गई। उक्त अश्लील विडियो को डिलीट करने के नाम पर रुपये 21000/-की धोखाधड़ी की गयी। विडियो को विभिन्न सोशल मीडिया साइटस पर डालने की धमकी देकर और अधिक धनराशि की मांग की जा रही थी। उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उप निरीक्षक प्रतिभा ने की गयी व शिकायत के आधार पर मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त मोबाइल धारक राजस्थान राज्य का होना पाया गया प्रकरण में आवश्यक तकनीकि जानकारी उपलब्ध कराते हुये आवश्यक कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को प्रेषित किया गया है ।
3- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया, जिसमे उनके द्वारा बताया गया कि उन्हे एक अंजान नम्बर से कॉल आया जिसने उन्हे अपना परिचित बताते हुये मदद के नाम पर 24,500/- रुपये की मांग की गयी तथा उक्त धनराशि को शीघ्र वापस करने का आश्वासन दिया गया । उक्त को अपना परिचित समझकर शिकायतकर्ता द्वारा गूगल पे के माध्यम से रुपये 24,500/- ट्रांसफर किये गये, धनराशि स्थानान्तरित करने के उपरान्त अपने परिचित को फोन करने पर उन्हे अपने साथ हुयी धोखाधड़ी की जानकारी हुयी। उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक निर्मल भट्ट के द्वारा कार्यवाही करते हुये तत्काल सम्बन्धित नोडल को मेल प्रेषित की गयी । फ्रॉड कॉलर व बैंक खातों की जानकारी की गयी तो उक्त खाता अलवर राजस्थान का होना पाया गया। संदिग्ध व्यक्ति /लाभार्थी खाता धारक के समस्त विवरण प्राप्त कर प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है ।
साईबर सुरक्षा टिप