लखनऊ: सीएम अखिलेश ने बैठक में खुलकर अमर सिंह का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी को कमजोर किया है। जब से वह पार्टी में वापस आए हैं, तब से समाजवादी पार्टी में फूट पड़ना शुरू हो गई है। बाप और बेटे के बीच कोई मतभेद नहीं है, लेकिन जो अमर सिंह का साथ देगा वो किसी भी कीमत पर कैबिनेट में नहीं रहेगा। इस बीच बैठक में सीएम अखिलेश थोड़ा भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि नेताजी मेरे पिता हैं। उनकी सेवा करूंगा। नेताजी अगर अभी कह दें तो मैं सीएम पद से इस्तीफा दे दूंगा। मैं चाहता हूं कि चुनाव के बाद जब सपा की फिर से सरकार बने तो नेताजी सीएम बन जाएं और मैं डिप्टी सीएम बन जाऊंगा। मुझे और नेताजी को कोई नहीं लड़ा सकता है। भले ही वह चाचा ही क्यों ना हों। मैं रथ भी चलाऊंगा और रजत जयंती समारोह में भी जाऊंगा। मैं ऐसा कोई काम नहीं करूंगा, जिसकी वजह से पार्टी टूटे। नई पार्टी बनाने की बात बिल्कुल गलत है। अमर सिंह ने घर में आग लगाई है। उन पर भी एक्शन जरूर होगा। नेताजी को उनके जन्मदिन से पहले 21 नवंबर को एक्सप्रेस-वे का तोहफा दूंगा। मुलायम सिंह मेरे नेता हैं और हमेशा रहेंगे।