OLX पर स्कार्पियों बेचने का विज्ञापन देकर ठग लिए 1 लाख 17 हजार रूपये




नवीन चौहान
साइबर ठग लोगों को लगातार अपना निशाना बना रहे हैं। ओएलएक्स पर गाड़ी बेचने का ​विज्ञापन देकर एक लाख से अधिक की रकम ठगने का मामला भी सामने आया है। साइबर क्राइम पुलिस थाने में साइबर ठगी के तीन ऐसे ही मामले दर्ज किये गए हैं। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार गढ़ी कैंट देहरादून निवासी एक पूर्व सैन्य अधिकारी द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करायी कि उनके द्वारा ओ0एल0एक्स (OLX) पर स्कार्पियो गाड़ी बेचने का विज्ञापन देखा गया, विज्ञापन पर दिये गये वाहन विक्रेता के फोन नम्बर से सम्पर्क किया गया तो उक्त द्वारा अपने को भारतीय वायुसेना में जोधपुर राजस्थान में नियुक्त होना बताते हुये वाहन बेचने की बात कही गयी व उक्त वाहन को भारतीय सेना की डाक एवं पार्सल सेवा के द्वारा भेजने की बात कही गयी, जिस हेतु 5100/- रुपये शुल्क बैंक खाते मे जमा करने हेतु कहा गया, इसके उपरान्त मुझे एक अन्य व्यक्ति जिसने स्वयं को CISF में नियुक्त होना बताया गया तथा उक्त वाहन को बार्डर से पार कराने हेतु रु0 9999/- की मांग की गयी, इसके उपरान्त विभिन्न तिथियो में बार्डर पास, GST एवं अन्य टैक्स के नाम पर कुल 1,17,097/- बैंक खातो में जमा कराकर धोखाधड़ी की गयी । प्रकरण में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा प्रारम्भिक जांच की गयी तो साईबर अपराधियो द्वारा प्रयोग किये गये खाते एवं संदिग्ध फ्रॉड कॉलर भरतपुर, राजस्थान के होने पाये गये है । प्रकरण की गम्भीरत को देखते हुये साईबर थाने पर अभियोग पंजीकृत किया गया है ।
एक अन्य प्रकरण में धनौल्टी, टिहरी गढ़वाल निवासी एक व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करायी कि उनके द्वारा ओ0एल0एक्स (OLX) पर गाड़ी बेचने का विज्ञापन देखा, जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा गाड़ी विक्रेता से सम्पर्क किया गया तो उक्त व्यक्ति द्वारा उनसे विभिन्न टैक्स के नाम पर पेमेन्ट हेतु यू0पी0आई0 के माध्यम से भुगतान हेतु रिक्वेस्ट भेजी गयी जिसे स्वीकार करने पर उनके खाते से 02 बार में 12620/- ऑनलाईन निकासी कर धोखाधडी की गयी । उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक प्रतिभा के द्वारा शिकायतकर्ता से उपलब्ध विवरण के आधार पर जानकारी प्राप्त करते हुये तत्काल सम्बन्धित नोडल Paytm को मेल प्रेषित की गयी तथा वॉलेट को ब्लॉक करने, धनराशि रिफण्ड करने एवं वॉलेट के प्रयोगकर्ता का विवरण उपलब्ध कराने हेतु मेल प्रेषित की गयी । Paytm द्वारा संदिग्ध के पेटीएम वॉलेट को ब्लॉक कर अवगत कराया गया कि धनराशि संदिग्ध द्वारा प्रयोग किया जा चुका है। प्रकरण को अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद देहरादून को प्रेषित किया गया है ।
वहीं जनपद देहरादून निवासी एक व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया कि उनका होटल का व्यवसाय है, एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन के माध्यम से सम्पर्क कर होटल के कमरो की बुकिंग करायी गयी तथा एडवांस देने के नाम पर विश्वास दिलाने हेतु गूगल पे के माध्यम से 02/- रुपये उनके खाते में भेजे गये। इसी प्रकार साईबर अपराधी द्वारा कुल 05 बार एडवांस देने के रुप में रिक्वेस्ट भेजी गयी जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा विश्वास कर रिक्वेस्ट को स्वीकार कर अपना पासवर्ड डाला गया तो उनके खाते से कुल 29780/- रुपये  निकल गये, शिकायतकर्ता द्वारा उक्त व्यक्ति से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो साईबर अपराधी द्वारा अपना फोन बन्द कर दिया गया है । उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक निर्मल भट्ट के द्वारा कार्यवाही करते हुये तत्काल सम्बन्धित नोडल Flipkart/ Razorpay से धनराशि होल्ड करने हेतु सम्पर्क किया गया है, संदिग्ध फ्रॉड कॉलर की जानकारी प्राप्त की जा रही है ।

साईबर सुरक्षा टिप
ऑनलाईन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते वक्त द्वितीय पार्टी में तत्काल विश्वास ना करें। सामान को भौतिक रुप से देखने व विक्रेता/क्रेता से व्यक्तिगत रुप में मिलकर ही भुगतान करें ।
अधिकांशतः देखा गया है कि साईबर ठगो द्वारा स्वयं को भारतीय सेना में कार्यरत बताते हुये सामान को खरीदने या बेचने हेतु सोशल साईट्स पर संपर्क किया जा रहा है, ऐसे मामलो में सावधानी बरते । किसी भी दशा में अग्रिम भुगतान न करें, सामान प्राप्त होने पर ही भुगतान करें ।
कभी भी किसी से अपने डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें । कोई भी बैंक या वॉलेट आपको फोन कर आपकी बैंकिग डिटेल नही मांगता है ।
इंटरनेट का प्रयोग करते समय हमेशा सतर्क रहें ।
किसी भी साईबर शिकायत / सुझाव के लिए–
संपर्क: 0135-2655900
email- [email protected]
फेसबुक – https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/
“क्राइम रोकने में हर नागरिक को
निभानी होगी भूमिका”



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