गगन नामदेव
उत्तराखंड पुलिस की मुस्तैदी और तत्परता से बदमाशों में खौफ व्याप्त है। बदमाशों ने हरिद्वार शहर से तौबा कर ली है। पुलिस रिकार्ड में दर्ज आंकड़ों की बात करें तो विगत तीन सालों की तुलना में अपराध का ग्राफ अपने निचले स्तर पर पहुंचा है। हरिद्वार में लूट, हत्या, और वाहन चोरी की घटनाओं पर काफी हद तक अंकुश लगा है। जबकि फिरौती और अपहरण की कोई घटना प्रकाश में नही है। पुलिस ने चोरी संबंधी घटनाओं का खुलासा करने में भी तत्परता दिखाई है। पुलिस ने घटनाओं में संलिप्त बदमाशों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
वर्तमान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था के पद पर कार्य करते हुए उत्तराखंड पुलिस में जोश और उत्साह का संचार किया था। डीजीपी अशोक कुमार ने अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों में पुलिस का खौफ पैदा करने की दिशा में कार्य करने के लिए निर्देशित किया। उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने अधिकारियों की अपेक्षा के अनुरूप खुद को साबित किया। वही हरिद्वार जनपद की बात करें तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज ने जनता को सुरक्षित वातावरण देने के लिए पुलिस को खूब जगाया। हरिद्वार पुलिस को जनता से मित्रवत संबंध रखते हुए मुखबिर तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए। पुलिस को रात्रि चेकिंग और गश्त को प्रभावी तरीके से कराने के लिए निर्देशित किया जाता रहा। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस के निर्देशों का अनुपालन करने के लिए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय और ग्रामीण क्षेत्र के एसपी स्वप्न किशोर सिंह ने थाना पुलिस को मार्गदर्शित किया। जनपद में अपराधिक वारदातों में कमी लाने की दिशा में सकारात्मक कार्य किए। कोतवाली, थानों और चौकियों की कमान संभाल रहे पुलिस अफसरों ने भी अपनी काबलियत दिखाई। पुलिस की मेहनत का नतीजा ये रहा कि तीन सालों की तुलना में अपराध निचले स्तर पर पहुंचा। पुलिस रिकार्ड में दर्ज आंकड़ों की बात करें तो साल 2018, 2019 की तुलना में साल 2020 में अपराध काफी कम हुआ। हरिद्वार पुलिस के लिए यह एक राहत की खबर है।
कोरोना काल की स्थिति में जब लोग बढ़ी संख्या में बेरोजगारी की कगार पर पहुंचे। हरिद्वार की औद्योगिक इकाईयों बंद हो गई। कर्मचारियों की छंटनी हो गई। ऐसे में चोरी, लूट की वारदात में कमी आना पुलिस की मुस्तैदी के चलते ही संभव हो पाया है।
हरिद्वार जनपद में अपराध के तीन साल के आंकड़े
अपराध — 2020 — 2019 — 2018
बलात्कार — 141 — 147 — 146
लूट — 18 — 23 — 36
हत्या — 56 — – 50 — 64
चोरियां — 242 — – 300 — – 380
डकैती — 0 — – 4 – — 2
वाहन लूट – 7 — – 5 — — 14
दहेज हत्या – 15 — 15– – – 20
फिरौती — 0 — – 0 — — 1
अपहरण — – – कोई नहीं
वाहन चोरी –208 – – 292 — 350