पुलिस के दिल में इंसाफ की चाह, राजीव की गिरफ्तारी के बाद खुली राह




नवीन चौहान
पुलिस के दिल में पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की चाह है। हरिद्वार पुलिस मासूम की मौत से बेहद आहत थे। वर्दी पहने होने के बाबजूद पुलिसकर्मियों की आंखे नम रही। पुलिसकर्मियों में भी अपराधियों के प्रति आक्रोष है। पुलिसकर्मियों ने अपनी तमाम आलोचनाओं के बावजूद आरोपियों का पीछा करने में पूरी ताकत झोंक दी। पुलिस की तमाम सख्ती और मेहनत का नतीजा रहा कि आरोपी राजीव की गिरफ्तारी यूपी के सुल्तानपुर से सुनिश्चित हो पाई।
11 साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या हो जाना एक जघन्य अपराध है। इस केस की पड़ताल करने वाली पुलिस टीम का हृदय व्याकुल हो उठा। मासूम का शव देखकर एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय समेत तमाम पुलिसकर्मियों की आंखे नम दिखाई दी। लेकिन वर्दी और बेल्ट की नौकरी ने आंखों के आंसूओ को थाम लिया। शांति व्यवस्था के लिए पुलिस ने सख्ती की तो हरिद्वार की जनता के आक्रोष का सामना भी पुलिस को करना पड़ा। नगर क्षेत्राधिकारी होने के चलते कमलेश उपाध्याय को ही सबसे ज्यादा ​जनता का विरोध सहना पड़ा। लेकिन कमलेश उपाध्याय ने बहुत ही सहनशीलता का परिचय देते हुए जनता की उत्तेजना को शां​त करने का प्रयास किया। उन्होंने कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने की दिशा में सार्थक कदम उठाए। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज ने अपने कप्तान की भूमिका का कुशल नेतृत्व किया। पुलिसकर्मियों के हौसले को बनाए रखा और पुलिस को दिशा निर्देश जारी किए। एसएसपी ने उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर अपराधी की गिरफ्तारी को सुनिश्चित कराने में महती भूमिका अदा। इस मुकदमे की विवेचना कर रही आईपीएस अफसर एएसपी डॉ विशाखा भदाणे ने भी केस की तमाम बारीकियों का गहनता से परीक्षण किया। विशाखा भदाणे पर ही पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।

मासूम प्रकरण का दूसरा आरोपी राजीव पुलिस की गिरफ्त में

इन धाराओं में दर्ज मुकदमा
अपराध संख्या 664/20 धारा 376(क)/ 376(घ ख)/ 366(ए)/302/201भादवि व 5(झ)(ड) /6 पोक्सो अधिनियम पंजीकृत है ।

पुलिस ने इस तरह किया काम
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु निरन्तर दिशा निर्देश दिये। पुलिस उप महानिरीक्षक गढवाल रेंज श्रीमती नीरू गर्ग ने अपने कुशल निर्देशन में एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैथिल अवूदई कृष्णराज एस ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस अधीक्षक नगर श्रीमति कमलेश उपाध्याय के पर्यवेक्षण में क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में लगभग 150 से अधिक पुलिसकर्मियों से तलाश कराई। सभी संभावित ठिकानों में लगातार दबिश दी गयी।
आईपीएस अफसर विशाखा भदाणे विवेचक
मासम बालिका के जघन्य अपराध की विवेचना आईपीएस अधिकारी सुश्री विशाखा अशोक भदाणे (सहायक पुलिस अधीक्षक नगर) कर रही है।

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आरोपी राजीव की तलाश में जुटी दस टीम
फरार दूसरे आरोपी राजीव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने स्थानीय स्तर व अंतर राज्य स्तर पर मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। लगभग 900 से ऊपर सीसीटीवी कैमरों को खंगाला।उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश,पंजाब,हरियाणा,दिल्ली में पुलिस टीम टीमें भेजी गयी। पुलिस टीम ने सम्भावित स्थलों के लगभग 350 होटल, धर्मशाला, गैस्ट हाउस, एंव रोडवेज, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन में अभियुक्त के फोटो पैम्पलेस आदि वितरित कर गहनता से तलाश की।

आरोपी को गिरफ्तार करने वाले मंगलौर सीओ अभय प्रताप सिंह और नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत ​सिंह

रिद्वार पुलिस ने खंगाले मोबाइल
हरिद्वार पुलिस ने 250 से ऊपर सीडीआर का अवलोकन एंव परीक्षण किया। आरोपी राजीव के तमाम रिश्तेदारों,पड़ोसियों और परिचितों के विषय में जानकारी की गई। 200 लोगों से गहनता से पूछताछ की।
मुखबिरों की मदद ली
हरिद्वार पुलिस ने मुखबिरों से सूचना संकलित कराई। पुलिस ने निजी प्रयासों से सुरागरसी पतारसी की। आरोपी राजीव के सम्भावित escape routes को चिन्हित किया। पुलिस बल नियुक्त करके सघन चैकिंग कराई। आरोपी राजीव ने अपने को छिपाने हेतु बहुत प्रयास किये।
छोटे भाई की गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी राजीव के छोटे भाई गौरव उर्फ गम्भीर चन्द्र यादव को भी गिरफ्तार किया। आरोपी राजीव के विरुद्ध कुर्की उदघोषणा वारण्ट (82 सीआरपीसी ) कोर्ट से प्राप्त किये थे।

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आरोपी राजीव को गिरफ्तार करने वाली दस टीम

टीम 1-अभय सिंह क्षेत्राधिकारी मंगलौर (फैजाबाद व सुल्तान पुर व बस्ती टीम), उप निरीक्षक रविंद्र कुमार थानाध्यक्ष,कांस्टेबल नूर आलम, बृजपाल
टीम 2-उप निरीक्षक अभिनव शर्मा थानाध्यक्ष खानपुर (लखनऊ टीम) उप निरीक्षक अंकुर शर्मा,  महिला उप निरीक्षक डिम्पल, महिला कांस्टेबल रींना रावत,  कांस्टेबल राहुल
टीम 3- अमरजीत सिंह प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर(फैजाबाद टीम), उप निरीक्षक राजेन्द्र रावत, कांस्टेबल अमित भटट, डीपी गौर, बीरेश, रवि पन्त, विनोद गुसाईं , इमरान, जितेंद्र, सुनील मालिक
टीम 4- प्रदीप चौहान प्रभारी (सुल्तान पुर टीम) सीयूजी रुड़की, कांस्टेबल नितिन
टीम 5- योगेश सिंह देव प्रभारी (दिल्ली टीम) निरीक्षक रानीपुर उप निरीक्षक बिक्रम धामी, उप निरीक्षक प्रवीण रावत, कांस्टेबल आफताब, सन्त राम
टीम 6- उप निरीक्षक राजीव चौहान  प्रभारी cug हरिद्वार (गाजियाबाद इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस टीम), हेड कांस्टेबल सुंदर लाल, पदम कुमार, वसीम आलम, उमेश, अजय, विवेक, शशिकांत, संत राम, आफताब
टीम 7- सुश्री विशाखा अशोक भदाणे ASP CITY (स्थानीय स्तर टीम),सीओ बहादराबाद विजेंद्र डोबाल, सीओ सदर पूर्णिमा गर्ग, निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी, निरीक्षक हरपाल सिंह, निरीक्षक रविन्द्र शाह, निरीक्षक योगेंद गुसाईं, निरीक्षक संतोष कुंवर, निरीक्षक राकेश, उप निरीक्षक रणवीर सिंह,  उप निरीक्षक पवन डिमरी, संजीत कंडारी,  उप निरीक्षक अरविंद रतूड़ी, कांस्टेबल सतेंद्र यादव,देवेन्द्र चौधरी
टीम 8- निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट (स्थानीय स्तर सीसीटीवी टीम), उप निरीक्षक अमित भट्ट, उप निरीक्षक देवेन्द्र तोमर, महिला उप निरीक्षक लक्ष्मी मनोला, महिला उपनिरीक्षक संदीपा भंडारी
टीम9-उप निरीक्षक खेमद्र गंगवार(देहरादून टीम),राजेश बिष्ट,सुनील मालिक
टीम 10-निरीक्षक गोविंद कुमार, निरीक्षक कमल कुमार लुंठी, उप निरीक्षक सुखपाल मान, उप निरीक्षक संजीव थपलियाल , कांस्टेबल जयराज, कांस्टेबल अजय नेगी, हरजेन्द्र, सुरेश, सुनील, राहुल, उदय, नानक, करम, नरेन्द्र, अक्षय (एफएसएल), हरीश

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार

डीजीपी अशोक कुमार ने दी पुलिस टीम को बधाई
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मासूम प्रकरण के दूसरे आरोपी को गिरफ्तार करने में कड़ी मेहनत की। इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई कारगर साबित होगी।

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