तो क्या बिना कोविड जांच के हरिद्वार पहुुंचे लाखों श्रद्धालु




नवीन चौहान.
कोरोना की दूसरी लहर के बीच सोमवार को सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान कुशलता पूर्वक संप्नन हुआ। इस स्नान को सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी दिनरात जुटे हुए थे। मेला प्रशासन ने दावा किया है कि कुंभ क्षेत्र में सोमवार को 31 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। दावा ये भी किया गया कि बिना कोविड जांच वाले श्रद्धालुओं को कुंभ में नहीं आने दिया गया, लेकिन सैंपल जांच की जो रिपोर्ट है वह काफी कम है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या बिना जांच के ही श्रद्धालु हरिद्वार कुंभ में पहुंचे।

मेला प्रशासन का दावा
मेला प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार 12 अप्रैल को द्वितीय शाही स्नान पर्व सोमवती अमावस्या के अवसर पर मुनि की रेती, ऋषिकेश से लेकर हर की पैड़ी एवं हरिद्वार के समस्त घाटों पर शाम 6 बजे तक लगभग 31 लाख 23 हजार लोगों के द्वारा पवित्र डुबकी लगाकर पुण्यलाभ अर्जित किया गया। हर की पैड़ी ब्रह्म कुंड पर जहाँ सभी अखाड़ों के साधु, सन्तों, नागाओं ने स्नान किया वहीं कुम्भ क्षेत्र के अन्य घाटों पर भारी संख्या में आम श्रद्धालुओं ने स्नान किया। देर शाम तक स्नान जारी होने की बाात कही गई।

रात 12 बजे से ही शुरू हो गया था स्नान
देर रात्रि 12 बजे के बाद से ही हर की पैड़ी एवं अन्य घाटों पर स्नानार्थियों का आवागमन शुरू हो गया। जहां हरिद्वार बॉर्डर पर से श्रद्धालुओं के वाहनों के आने की दर बढ़ने लगी वहीं, पूर्व से मेला क्षेत्र के होटल, धर्मशालाओं, लॉज, आश्रमों में ठहरे हुए श्रद्धालु गंगा स्नान के लिये घाटों पर पहुंचने लगे। सुबह 0700 बजे के बाद हर की पैड़ी को अखाड़ों के शाही स्नान के लिए साफ-सफाई के लिए आम श्रद्धालुओं से खाली करा लिया गया।

तीन डुबकी एक स्नान का सूत्र
घाटों, गलियों तथा पैदल मार्ग पर लगे पुलिस बल द्वारा पैदल यातायात व्यवस्था का पालन सुनिश्चित कराते हुए स्नानार्थियों को पार्किंगों के नजदीकी स्नान घाटों तक पहुंचने में सहायता की गई। घाटों पर तैनात पुलिस बल द्वारा 03 डुबकी-01 स्नान सूत्र वाक्य को ध्यान में रखते हुए घाटों को लगातार खाली कराया जाता रहा और नए आने वाले स्नानार्थियों के लिये स्थान बनाया जाता रहा।

रिपोर्ट में जो दावे किये गए हैं उसके अनुसार स्नान करने वालों की संख्या पर सवाल उठ रहा है। हरिद्वार के बाजार जिस तरह से सूने दिखे उससे व्यापारी भी सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है ​कि जब बॉर्डर से इतनी बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार आए ही नहीं तो फिर यह संख्या इतनी कैसे हुई। सवाल ये भी यदि श्रद्धालु दूसरे प्रदेशों से नहीं आए तो क्या उत्तराखंड के ही श्रद्धालु केवल स्नान के लिए पहुंचे। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि बीते एक सप्ताह में जिले में 2 लाख लोगों की टेस्टिंग हो पा रही है।

कोविड टेस्ट की स्थिति
रिपोर्ट के अनुसार 12 अप्रैल को दोपहर तीन बजे तक हरिद्वार सीमा पर आने वाले वाहनों एवं व्यक्तियों की कोविड टेस्टिंग की स्थिति:-

कुल कोविड टेस्ट : 9678
पॉजिटिव आये: 26

बिना कोविड टेस्ट लौटाए:
व्यक्ति : 2758  वाहन: 357

प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कुल कोविड टेस्ट 42432



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