VIDEO: केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने अधिकारियों के साथ की बैठक में हरिद्वार के विकास कार्यों की ली जानकारी




नवीन चौहान
हरिद्वार। केंद्रीय मंत्री व हरिद्वार के सांसद डाॅ रमेश पोखरियाल ’निशंक’ की अध्यक्षता में सोमवार को मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति(’दिशा’) की बैठक आयोजित हुई। बैठक में हरिद्वार की विभिन्न् विकास योजनाओं के बारे में केंद्रीय मंत्री ने जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को समय से सभी योजनाओं को गुणवत्ता व मानकों के साथ पूरा करने के लिए कहा।

इस बैठक में पेयजल निगम, जल संस्थान, अमृत योजना के अधिकारियों ने बताया कि हमारी 16 योजनायें चल रही हैं तथा जल जीवन मिशन के तहत 2022 तक प्रत्येक घर में पाइप से जल पहुंचाने का लक्ष्य है। इसके तहत दो लाख 44 हजार 889 घर हैं, जिनमें से अब तक 26 हजार 867 घरों में पानी पहुंचाया जा चुका है, 103 गांवों के लिये कार्यादेश जारी हो चुके हैं, 95 डीपीआर शासन को भेज दी गयी है तथा 31 मार्च तक सारी डी0पी0आर0 तैयार हो जायेंगी। इस पर मा0 मंत्री जी ने कहा कि यह मिशन है, इस पर बहुत तेजी से काम होना चाहिये।

​जिले के आठ गांवों के पानी की गुणवत्ता खराब
डाॅ0 रमेश पोखरियाल ’निशंक’ ने ऐसे गांवों के बारे में भी जानकारी ली, जिनमें पानी की गुणवत्ता काफी खराब है, इस पर अधिकारियों ने बताया कि आठ गांव ऐसे हैं, जहां पानी की गुणवत्ता काफी खराब है तथा इनमें से पांच गांवों के बारे में योजना बना ली गयी है। अधिकारियों ने बताया कि 392 गांव हैण्डपम्प से आच्छादित हैं, जिनमें से 149 की डी0पी0आर0 तैयार कर दी गयी है, जो योजना में शामिल हो गये हैं तथा मार्च तक 215 की योजना बन जायेगी।

समय से पहले यदि हैंडपम्प खराब तो करें कार्रवाई
हैण्डपम्पों की शिकायत मिलने पर मा0 मंत्री जी ने अधिकारियों से पूछा कि एक हैण्डपम्प की क्या आयु होती है। यदि वह समय से पहले ही खराब हो जाते हैं, तो इसमें किसकी जिम्मेदारी है, इसे निश्चित किया जाये तथा सम्बन्धित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। यह पैसा जनता का है। उन्होंने कहा कि एक-दो लोगों से पूरा सिस्टम बदनाम होता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये की आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि हमें हरिद्वार को विकास के हर क्षेत्र में नम्बर-1 बनाना है।

अमृत योजना के बारे में दी जानकारी
अधिकारियों ने मा0 मंत्री जी को बताया कि अमृत योजना के तहत 661 विद्यालयों/आंगनबाड़ी केन्द्रों में पानी का कनेक्शन होना है, जिनमें से 342 आंगनबाड़ी केन्द्रों में करनेक्शन दे चुके हैं तथा 10 जनवरी तक लक्ष्य पूरा हो जायेगा। उन्होंने बताया कि अमृत योजना के अन्तर्गत सीवरेज की सभी योजनायें पूर्ण हो चुकी हैं तथा वर्तमान में रूड़की की योजनायें भी प्रारम्भ हो गयी हैं। कुम्भ की दृष्टि से हरिद्वार की पेयजल योजनायें पूर्ण हो चुकी हैं।

टॉस्क फोर्स के बारे में मांगी जानकारी
मा0 मंत्री जी ने कहा कि पेयजल काफी महत्वपूर्ण है। इसके लिये टास्क फोर्स गठित की जानी चाहिये। इस पर अधिकारियों ने बताया कि जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित है। इस पर मा0 मंत्री जी ने निर्देश दिये कि उसकी रिपोर्ट मुझे प्रस्तुत करिये। एक सिस्टम होना चाहिये कि इतने समय में यह कार्य हो जायेगा, इतने इसमें संसाधन लगेंगे आदि। अभी यह वन वे हो रहा है। समन्वय की कमी के कारण अनुमान लगाये जाते हैं, इससे संवादहीनता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधि आपकी मदद के लिये हैं, मिलकर काम बनते हैं। आखिर लक्ष्य जनता है। यह हम सबकी जिम्मेदारी है।



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