नवीन चौहान.
उत्तराखंड एसटीएफ ने पुरानी करेंसी के साथ हरिद्वार के एक पत्रकार और उसके साथियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह पुराने नोट के बदले नए नोट देने का काम कर रहा था। इस गिरोह के पास से बरामद रकम किसकी है, इसको लेकर ज्वालापुर कोतवाली में देर रात तक आरोपियों से पूछताछ चलती रही। इनकम टैक्स विभाग को भी जानकारी दे दी गई है।
पुलिस के मुताबिक उत्तराखंड एसटीएफ को हरिद्वार में पुरानी करेंसी के बदले नए नोट बदलने की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने अपना जाल बिछा दिया। शनिवार देर शाम एसटीएफ के इंस्पेक्टर अब्दुल कलाम के नेतृत्व में टीम ने मध्य हरिद्वार की एक कॉलोनी में छापा मारा।
छापेमारी के दौरान टीम ने यहां से सात लोगों को अपनी हिरासत में लिया। इनके पास से नोटबंदी से पहले चलने वाले करीब करीब साढ़े चार करोड़ रुपये के पुराने नोट बरामद हुए। सभी नोट 500 और 1000 के हैं।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सात आरोपियों में तीन स्थानीय और चार उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और अमरोहा जिले के रहने वाले हैं। पुलिस का यह भी मामना है कि यह गैंग आरबीआई के किसी अधिकारी के संपर्क में था। जिसकी मदद से वह पुरानी करेंसी बदलने की फिराक में था। पुरानी करेंसी के बदले एक करोड़ की नई करेंसी मिलने की बात सामने आ रही है। पुलिस टीम पूरे मामले की जांच में जुटी है।
जिन लोगों को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है उनके नाम रूपेश वालिया निवासी जगजीतपुर, यशवीर सिंह निवासी हरिपुर कलां, अरविंद वर्मा निवासी ग्राम काला कुआं अमरोहा कोतवाली अमरोहा, आबिद अली ग्राम सैदपुर नौगांव सादात अमरोहा, सोमपाल सिंह रेलवे स्टेशन रोड बिलारी मुरादाबाद, विकास गुप्ता निवासी खेड़ी खुर्द श्यामपुर ऋषिकेश, राजेंद्र निवासी शास्त्री स्टेशन रोड बिलारी जनपद मुरादाबाद बताए गए हैं।