नवीन चौहान.
दुष्कर्म और बलात्कार के फर्जी मुकदमों की बढ़ोतरी होने पर जगजीत पुर निवासी एलएलबी के छात्र कमल भदौरिया ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में हस्तक्षेप करने के लिए प्रार्थना पत्र भेजा है। प्रार्थना पत्र के माध्यम से कमल भदौरिया ने कहा है कि महिला दुष्कर्म और बलात्कार के जो मुकदमे थानों में और कोर्ट में फर्जी लिखवा रही है, उनसे एक शपथ पत्र नारको टेस्ट कराए जाने के लिए निर्देशित करने के बाबत अधिकारियों के लिए कहा जाए।
कमल भदौरिया का कहना है कि इस संबंध में नारको टेस्ट कराए जाने के आदेश हो जाने के बाद फर्जी दर्ज हो रहे दुष्कर्म व बलात्कार के मुकदमें 99% बंद हो होंगे। साथ ही पुलिस पर भी बिना किसी कारण के समय की बर्बादी व झूठे सच्चे मुकदमों में पुरुष को जेल भेजने की बाबत समय बचेगा।
प्रार्थना पत्र में लिखा कि अधिकतर ब्लैकमेलिंग वह किसी की छवि को खराब करने के लिए आजकल इस प्रकार के मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। हाल में ही हरिद्वार के एक संत के खिलाफ मुकदमा दूसरे प्रदेश में दर्ज हुआ। स्वयं मेरे द्वारा उस महिला व संत समेत अन्यों की मोबाइल की लोकेशन की बाबत जब जांच कराई गई तो उनकी लोकेशन आपस में लगभग 200 से ढाई सौ किलोमीटर के बीच में थी। लेकिन उस महिला ने तो उन संत की छवि खराब कर दी।
यदि ऐसे में शुरू में ही नारको टेस्ट के लिए शपथ पत्र महिला से लिया जाए तो 99% फर्जी मुकदमा दर्ज होने बंद हो जाएंगे। इस संबंध में पूरी आशा है कि आदेश होने के बाद इन फर्जी मुकदमों में काफी रुकावट आएगी।