मित्र पुलिस के कांस्टेबलों ने कई बार बढ़ाया खाकी का मान




नवीन चौहान, हरिद्वार। खाकी पहनकर जनता की सेवा का संकल्प लेने वाले खाकी के जवानों मे दम है। इन जवानों ने कई मोर्चो पर अपनी काबलियत को दिखाया है। इसी के चलते मित्र पुलिस के एक जवान विवेक यादव को राष्टÑपति पुरस्कार तक से नवाजा गया है। ऐसे ही किडनी रैकेट का खुलासा कराने में हरिद्वार जनपद के रानीपुर थाने के कांस्टेबल पंकज शर्मा ने अपने कर्तव्य का पालन कर एक बार फिर पुलिस महकमे के मान बढ़ाया है।
पुलिस महकमे में सबसे अहम रोल कांस्टेबल का होता है। जनता के सबसे नजदीक कांस्टेबल होता है। अवैध कृत्यों को अंजाम देने वाले बदमाशों की जानकारी जुटाना हो या माफियाओं पर शिकंजा कसना हो इस कार्य को खाकी के ये जवान बखूवी अंजाम देते है। सड़क चौराहों पर डयूटी करने से लेकर वीवीआईपी और वीआईपी की सुरक्षा कांस्टेबल करते है। इन कांस्टेबल के बलवूते ही पुलिस महकमा जनता की कसौटी पर खरा उतरता है। उत्तराखंड पुलिस महकमे के कांस्टेबलों की बात करे ये जवान पूरी निष्ठा के साथ कर्तव्य का पालन करते है। इन कांस्टेबलों ने बड़े से बड़े बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में महती भूमिका अदा की है। आपकी जानकारी के लिये बता दे कि दिल्ली के एक बच्चे को बदमाशों ने फिरौती के लिये अपहरण कर लिया था। बदमाशों ने बच्चे की मां की हत्या कर दी थी। इस बच्चे की तलाश में दिल्ली पुलिस हरिद्वार पहुंची थी।

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हरिद्वार पुलिस के कांस्टेबल विवेक यादव ने सूचना जुटाकर बदमाशों का पता किया। जब बदमाशों को पकड़ने गये तो अपनी जान को खतरे में डालकर बदमाशों से मुकाबला किया था। इस मुठभेड़ में बदमाश गंगा में कूद गये। बदमाशों के पीछे विवेक यादव गंगा में कूद गये जिसमें बदमाशों ने विवेक यादव के पेट पर चाकू से कई वार किये थे। विवेक ने बहादुरी औरअदम्य साहस का परिचय दिया और बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इसी श्रेष्ठ कार्य के लिये विवेक को राष्टपति पुरस्कार दिया गया था। ऐसे ही हरिद्वार के पंकज शर्मा ने किडनी रैकेट का खुलासा कराकर पुलिस महकमे के मान को बढाया है। पंकज ने मुखबिर की सूचना पर तत्काल सूचना अपने निरीक्षक प्रदीप बिष्ट को दी। कोतवाल प्रदीप बिष्ट ने कांस्टेबल पंकज की सूचना पर भरोसा किया और रैकेट का खुलासा कराया। विवेक और पंकज की तरह ही कई और कांस्टेबलों ने कई बार अपनी काबलियत को साबित किया है। मित्र पुलिस के कांस्टेबल पुलिस महकमे की रीढ़ की हड्डी की तरह है। यदि सभी जवान अपने कर्तव्य का ईमानदारी से पालन करे तो उत्तराखंड पुलिस का मान देश में ही नहीं विश्व में गर्व से लिया जायेगा।



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