नवीन चौहान
लोकसभा चुनाव 2019 शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने के बाद उत्तराखंड में एक चर्चा आग की तरह फैल गई। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट ने प्रशासनिक हलको और आम जनता में सनसनी मचा दी। व्हाट्सएप पर सूचना फैलाई गई कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बदलने जा रहे है। नए मुख्यमंत्री के तौर पर अनिल बलूनी का नाम आगे चल रहा है। इस खबर के वायरल होते ही खूफिया विभाग सक्रिय हो गया और जानकारी जुटाने का प्रयास करने लगा। पता चला कि ये महज एक फर्जी अफवाह है। इस वायरल पोस्ट में कोई सच्चाई नहीं है। लेकिन इस पूरे फर्जी पोस्ट से एक बात तो साफ हो गई कि उत्तराखंड की राजनीति में कुछ लोग सीएम को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे है।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड बहुमत से सरकार बनने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी त्रिवेंद्र सिंह रावत को दी गई। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होते ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जीरो टालरेंस की मुहिम को आगे बढ़ाया। करीब ढाई सालों के भीतर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कर्ज में डूबे उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को दुरस्त करने का प्रयास किया। राज्य की माली हालत को ध्यान में रखने निर्णय किए। सरकार और शासन——प्रशासन के अनावश्यक खर्चो पर रोक लगाने का कार्य किया। खनन माफियाओं को हावी नही होने दिया। कुल मिलाकर कहा जाए तो सादगी पूर्ण तरीके से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा सरकार को चलाया। इसी बीच आए निकाय चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन बीच—बीच में सीएम के बदलने की हवा उड़ती रही। इन अटकलों पर भी विराम लगा। लोकसभा चुनाव 2019 का वक्त आया। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कुशल नेतृत्व में भाजपा ने एक मिथक तोड़ा और पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा सांसदों को भारी बहुमत से जीत दर्ज कराकर लोकसभा भेजा। जिसमें हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को केंद्र सरकार में मंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ। उत्तराखंड में सबकुछ ठीक ठाक चल ही रहा था कि सोशल मीडिया पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बदलने और नए सीएम के तौर पर अनिल बलूनी का नाम सामने आने वायरल पोस्ट चर्चा में आ गई। ऐसे में शासन— प्रशासन के लोगों ने मीडिया से इसकी सच्चाई जानने का प्रयास किया। लेकिन तमाम सूत्रों से जानकारी करने के बाद पता चला कि एक पोस्ट झूठी और महज अफवाह है। सूत्रों ने भाजपा हाईकमान से जानकारी की तो पता चला कि उत्तराखंड में किसी भी प्रकार का कोई परिवर्तन नही होने जा रहा है।वही राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी ने भी इस वायरल पोस्ट को एक शरारत बताया है।