नवीन चौहान
जिलाधिकारी दीपक रावत की कार्यशैली का भी जबाव नहीं है। हर दिन नये संकल्प के साथ कार्य करते है। ऐसा ही कुछ साल 2019 की पहली सुबह हुआ। डीएम दीपक रावत हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण के सचिव केके मिश्रा व अधिकारियों के साथ कनखल सतीकुंड पर पहुंच गए। उन्होंने सतीकुंड को बेहद भव्य स्वरूप प्रदान करने और आसपास के इलाकों को अतिक्रमण मुक्त कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा सतीकुंड के पास सुंदर छायादार पेड़ों को लगाने के आदेश भी दिए। डीएम के वाहन को आसपास के अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया। हालांकि डीएम सिर्फ सतीकुंड का निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीएम के जाने के बाद काफी देर तक प्राधिकरण के अधिकारी कार्ययोजना को अमलीजामा पहनाने के लिये सतीकुंड पर ही डटे रहे।
बताते चले कि डीएम दीपक रावत के पास प्राधिकरण की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। मंगलवार की सुबह करीब दस बजे एकाएक जिलाधिकारी दीपक रावत सतीकुंड पर पहुंच गए। डीएम के वाहन के पीछे हरिद्वार-रूड़की-ऋषिकेश विकास प्राधिकरण के सचिव और अन्य अधिकारियों का काफिला पहुंचा। डीएम दीपक रावत ने अधिकारियों की टीम के साथ सतीकुंड क्षेत्र का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने सतीकुंड की खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिये कई महत्वपूर्ण निर्देश अधिकारियों को दिए। करीब 45 मिनट तक सतीकुंड और उसके आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण करने और अधिकारियों को निर्देश देने के बाद डीएम दीपक रावत वहां से चले गए। डीएम दीपक रावत के वहां से चले जाने के बाद प्राधिकरण सचिव केके मिश्रा ने डीएम के निर्देशों के तहत सतीकुंड को भव्य योजना बनाने के लिये अधिकारियों की टीम के साथ चर्चा की। इस दौरान सचिव केके मिश्रा ने बताया कि सतीकुंड के सौंर्दयीकरण के लिए प्लान बनाया जायेगा। सीमा रेखा सुरक्षित की जायेगी। एक सफाईकर्मी की नियुक्ति की जायेगी। तथा एक कूड़ेदान को रखा जायेगा। फूलों और पौधों से इसको सजाया जायेगा। इसके अतिरिक्त बाउंड्री बाल का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होगा।