कोतवाल से लेकर कप्तान तक हैरान, परेशान और पुलिस हकलान, बच्चे ऋषिकेश, आप्रेशन सफल





योगेश शर्मा
पुलिस की मुस्तैदी, सजगता और कर्तव्यनिष्ठा के चलते दो मासूम बच्चों को सकुशल बरामद किया जा सका। दोनों बच्चे
परीक्षा में अधिक अंक नही आने की आंशका के चलते पिटाई के डर से घर छोड़कर निकल गए थे। फिलहाल पुलिस ने दोनों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
कोतवाली ज्वालापुर में बदहवास से आए कुछ लोगों ने कॉलोनी के दो मासूम बच्चों 7th में पढ़ने वाला लड़का- “🧑🏻” एवं 8th में पढ़ने वाली मासूम बच्ची- “👩🏻” के अचानक कहीं गुम हो जाने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर ली। प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने लगभग थाने के समस्त स्टाफ को बच्चों की तलाश हेतु अलग-अलग दिशाओं में दौड़ा दिया। इसके अलावा उच्चाधिकारीगण को भी सूचित किया। बच्चों की फोटो को सोशल मीडिया के माध्यम से जनता तक भेजा गया। तथा पुलिस की टीम सीसीटीवी कैमरों की मदद से खोजने लगी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, एएसपी रेखा यादव (IPS) और सीओ (ऑपरेशन) निहारिका सेमवाल ने अलग-अलग दिशाओं में गई विभिन्न टीमों तथा CCTV कैमरों को वॉच कर रही टीम को स्वयं लीड किया। एक कैमरे में बच्चों को ऑटो में कहीं जाते देखकर तत्काल उस दिशा के लगातार कई कैमरों को देखा गया। दूसरी टीम ने इतने में ऑटो चालक को खोज कर, वार्ता कर, जानकारी जुटाई…तब बच्चों के ऋषिकेश की तरफ जाने की संभावना के चलते बिना देरी के तत्काल टीम ऋषिकेश पहुंची। बच्चों को हरिद्वार के लिए आते देखकर बस अड्डे हरिद्वार से सकुशल बरामद कर लिया। बच्चों ने पुलिस को बताया कि अपनी मर्जी से घर से गए थे। बच्चों ने बताया कि “कुछ दिन पहले हुए पेपर में उनके कुछ पेपर अच्छे नहीं गए थे और जल्दी ही P.T.M होनी थी। जिसमें घरवालों से डाॅट व पिटाई होना बिल्कुल तय था। हम डर गए थे इसलिए…और पुनः रोने लगे। पुलिस ने बच्चों को समझाकर शांत किया और परिजनों के सुपुर्द किया।



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