विजय सक्सेना.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त करने के निर्देश के क्रम में उधमसिंहनगर के एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने नशे के सौदागर के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध नशे का कारोबार करने वालों में हड़कंप मचा है।
एसएसपी के निर्देश पर पुल भट्टा थाना पुलिस ने नशे का अवैध कारोबार करने वाले एक अभियुक्त द्वारा अवैध रूप से अपने ढाबे के सामने हाइवे की जमीन पर किये गए अतिक्रमण को गिरा दिया। आरोपी अभियुक्त का नाम बलदेव सिंह उर्फ काले निवासी सिरौलीकलां है। आरोपी का खालसा ढाबे का मालिक है। पुलिस द्वारा 4 दिसंबर को गिरफ्तार किये गए भास्कर बजेठा और रवि सिंह से पूछताछ की तो बलदेव सिंह का नाम अवैध स्मैक की बिक्री करने के रूप में सामने आया था।
यह बात जब बलदेव को पता चली तो वह अपने घर से फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक उसकी गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर दबिश दी गई थी। बाद में आरोपी अपनी ससुराल में छिपा मिला, पुलिस ने दबिश देकर उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ और जांच में सामने आया कि बलदेव ले अपने ढाबे के सामने एनएचाई की जमीन पर अवैध कब्जा कर उस पर नशे के अवैध कारेाबार से कमाई किये गए पैसों से अतिक्रमण कर अवैध निर्माण कर लिया है।
जिसके बाद एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने इस अतिक्रमण को हटाने के लिए भी पुलिस को निर्देशित किया और एनएचआई और प्रशासन की टीम से पत्राचार कराया। जिसके बाद एनएचआई और प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर जमीन की नापतोल की और अवैध कब्जे की जमीन को चिन्हित कर लिया। जिसके बाद आरोपी बलदेव को अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस दिया गया, लेकिन नोटिस के बाद भी उसने अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया, जिसके बाद पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करा दिया।