यूपी के जमाने के दरोगा थे पीसी मठपाल, खूब पकड़े अपराधी




नवीन चौहान
डिप्टी एसपी पीसी मठपाल की मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मृत्यु से पहले उन्होंने उल्टी की थी। परिजन उल्टी होने के तत्काल बाद सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराने पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उनकी हालत को नाजुक देखते हुए हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी। चिकित्सकों की सलाह पर अस्पताल के चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। पीसी मठपाल यूपी के जमाने के दरोगा थे। उन्होंने यूपी के बदमाशों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा।
उत्तराखंड के कुमांऊ परिक्षेत्र निवासी पीसी मठपाल ने साल 1989 में बतौर दरोगा यूपी के दौर में वर्दी पहनी थी। यूपी पुलिस के अनुभवों जाना समझा। राज्य विभाजित हुआ तो अपने उत्तराखंड को पहली पसंद माना और प्रदेशवासियों की सेवा करने का निर्णय किया। साल 2009 में पदोन्नती पाकर इंस्पेक्टर बने। जिसके बाद पहाड़ और तराई के इलाकों में अपराध पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई। हरिद्वार जनपद में नगर कोतवाली, रानीपुर कोतवाली समेत कई थाना क्षेत्रों में प्रभारी पद की जिम्मेदारी को बखूवी संभाला था। लेकिन पिछले काफी वक्त से बीमारी से जूझ रहे थे। वह शुगर की बीमारी से पीड़ित थे। अचानक उनके निधन से पुलिस महकमे में शोक व्याप्त हो गया है। पीसी मठपाल किसी भी कार्य को बेहद जिम्मेदारी के साथ करते थे। उनका व्यवहार बेहद ही लोकप्रिय था। पत्रकारों से भी उनके मधुर संबंध रहे। न्यूज127 अपने अजीज मित्र के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है। शोकाकुल परिवार को दुख सहन करने की प्रार्थना भगवान से करता है।



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