नवीन चौहान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना संक्रमण काल में बेहतरीन निर्णय लेकर प्रदेश को अर्थव्यवस्था के गंभीर संकट से बचाया है। सीएम ने प्रदेशहित में कार्य करते जनहित के कार्यो को प्राथमिकता दी। गरीबों की हरसंभव मदद करने का प्रयास किया। आपदा काल में गरीबों के घरों पर सरकार राशन देने पहुंची। मुख्यमंत्री की ईमानदारी और सादगी भी जनता को खूब पंसद आई।
मार्च 2020 में उत्तराखंड में कोरोना ने दस्तक दी। प्रदेश सरकार की अग्निपरीक्षा की घड़ी थी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कोरोना संक्रमण काल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुचारू बनाकर रखते हुए प्रदेशवासियों को इस मुसीबत से बाहर निकालना था। सरकारी कर्मचारियों के वेतन देने और गरीबों को राशन देने की व्यवस्था करनी थी। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को सुरक्षित बचाने की चुनौती थी। कोविड अस्पतालों की तैयारी करानी थी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी दूरदर्शिता से सभी मोर्चो पर सफलता पाई। उन्होंने जनता की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए। प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। ईमानदारी और पारदर्शिता से गरीबों को आर्थिक सहयोग प्रदान की अपील की। मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए सभी जिलाधिकारियों ने अपने—अपने जनपदों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जनता के घरों पर सरकार पहुंची। जनता की सभी समस्याओं का निस्तारण करने का पूरा प्रयास किया गया। कोरोना संक्रमण काल की विपरीत परिस्थितियों में हालात को काबू किया। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वाले मरीजों का समुचित इलाज संभव कराया। इस दौरान प्रदेश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए मुख्यमंत्री ने खनन खोलने की अनुमति देने की पावर जिलाधिकारियों को दी। आबकारी में छूट दी गई। जिसका नतीजा ये रहा कि प्रदेश में भारी राजस्व की बढोत्तरी हुई और प्रदेश का आर्थिक संकट काफी हद तक दूर हुआ। लेकिन मुख्यमंत्री की चुनौतियां यहां भी कम नही हुई। कोरोना के बीच ही डेंगू ने दस्तक दी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस मुसीबत से निबटने के लिए सरकारी स्तर के तमाम प्रयासों को प्रभावी तरीके से पूरा कराया। वही प्रदेश की जनता को साफ—सफाई पर फोकस रखने की भावनात्मक अपील की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ईमानदारी से सुशासन चलाकर जीरों टालरेंस की मुहिम को काफी हद तक सफल बनाने का प्रयास किया। कोरोना संक्रमण काल में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने आपदा की घड़ी में प्रदेशवासियों की सेवा में कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ी।