सोनी चौहान
कुलपति डॉ पीपी ध्यानी के निर्देशों पर विश्वविद्यालय की टीम ने हरिद्वार, बहादराबाद, रूड़की के संस्थानों का संघन औचक निरीक्षण किया।
एसडी नौटियाल ने 4 फरवरी को रूड़की भगवानपुर, बहादराबाद, हरिद्वार के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्ष्ण किये गयें संस्थानों में किसी प्रकार अनियमितता प्रकाश में नहीं आयी। किन्तु कतिपय परीक्षा केन्द्रों में अनियमितता/ अनुचित साधन का प्रयोग किये जाने सम्बन्धी विवरण प्रस्तुत किया गया।
आरसीपी रूड़की
आरसीपी रूड़की के संस्थान में बीएससी कृषि, प्रथम सेमेस्टर के साथ ही बीएड की परीक्षायें भी हो रही थी। बीएड की परीक्षा सामान्यता ठीक ठाक पायी गयी। लेकिन अन्य पाठ्यक्रम की परीक्षायें एक अन्य भवन के तल के 1 कक्ष तथा द्वितीय तल के 1 कक्ष में संचालित की जा रहीं थी, जबकि प्रथम तल के 2 कक्षों में प्रश्नगत परीक्षायें सम्पादित की जा सकती थी। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था। संस्थान में 6 फरवरी से होने वाली समस्त परीक्षायें सम्पन्न किये जाने के लिए संस्थान का परीक्षा केन्द्र समीपवर्ती आईएमएस रूड़की परीक्षा केन्द्र में स्थानान्तरित किये जाने के लिए परीक्षा नियन्त्रण की संस्तुति पर कुलपति ने परीक्षा केन्द्र स्थानान्तरित करने के निर्देश दिये।
आईपीएस धनौरी
संस्थान में द्वितीय पाली में बीकॉम, सप्तम सेमेस्टर के छात्र को अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पाया गया। छात्र को रिस्टीकेट कर दिया गया।
हरिओम सरस्वती डिग्री कॉलेज धनौरी
संस्थान में द्वितीय पाली में ही एमएससी, तृतीय सेमेस्टर की छात्रा को अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पाया गया। छात्रा को रिस्टीकेट कर दिया गया।
कुलपति ने बताया कि सम्पूर्ण परीक्षा दिवसों में इस प्रकार की सघन कार्यवाही विश्वविद्यालय द्वारा की जाती रहेगी। ताकि नकल विहीन परीक्षायें सम्पन्न की जा सकें।