गोपाल रावत
कुंभ-2021 के शुभारंभ के दौरान निकलने वाले धर्मध्वजा के लिए मेला प्रशासन ने अखाड़ों के प्रमुखों से संपर्क बनाना शुरू कर दिया है। इसके लिए मेलाधिकारी दीपक रावत, अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह अपने सहयोगी अधिकारियों की टीम के साथ लगातार अखाडों में जाकर वहा चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण कर रहे है।
शनिवार को मेलाधिकारी दीपक रावत तथा अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह दल बल सहित जूना अखाड़ा पहुंचे। जहां जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि महाराज अखाड़े के परिसर में स्थापित होने वाली जूना अखाड़ा,आहवान अखाड़ा तथा अग्नि अखाड़ा की धर्मध्वजाओं का स्थल, चरण पादुका व छावनियों में पेयजल, विद्युत, शौचालय, पानी की निकासी, सीवर लाईन, सड़क तथा अन्य सुविधाओं की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताया। राम लीला मैदान में संन्यासियों हेतु बनाए जाने वाले माईबाडे का स्थान दिखाते हुए यहां पर समुचित व्यवस्थाएं तथा सुरक्षा की विशेष व्यवस्थाएं किए जाने के लिए कहा। बताते चले जूना अखाड़े के परिसर में जूना अखाड़े के साथ साथ आवहान तथा अग्नि अखाड़े के नागा संन्यासियों की छावनी बनती है। इनके अतिरिक्त अलख दरबार व माईबाड़े की छावनी अलग से बनाई जाती है। टैंटों तथा टीनशेड में बनायी जाने वाली छावनियों में हजारों नागा साधु तथा संन्यासिनी मेला अवधि में निवास करती है। मेलाधिकारी दीपक रावत ने सभी छावनी स्थलों का बारीकि से निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं समय रहते पूरी किए जाने का आश्वासन देते हुए कहा कि शीघ्र ही समतलीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा तथा अखाड़ा परिसर में विद्युत पोल लगाने, पेयजल लाईन, सीवर लाईन, अस्थायी शौचालय, सड़कों का निर्माण इसी सप्ताह शुरू कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अखाड़ो के पेशवाई मार्ग नगर प्रवेश मार्ग अखाड़ों तक पहुचने के मुख्य मार्गों को भी समय से पूर्व व्यवस्थित कर दिया जाएगा।