देवदूत बनकर आये पुलिस कर्मी, फांसी पर लटक रहे युवक की बचाई जान




नवीन चौहान.
फांसी पर लटके एक युवक की जान बचाने के लिए दो पुलिस कर्मी देवदूत बनकर आए। दोनों पुलिस कर्मियों की सूझबूझ और कार्रवाई से फांसी पर लटके युवक की जान बच गई।

यह मामला कोतवाली रुड़की का है। यहां तैनात कांस्टेबल विकास त्यागी व होमगार्ड सुनील रविवार रात लगभग 2:00 बजे के करीब गश्त करते हुए बंदा रोड के पास पहुंचे। उन्हें अचानक एक घर से जोर-जोर से पुरूष व महिलाओं के रोने- चिल्लाने की आवाज आई। किसी अनहोनी की आशंका में दोनों तुरन्त उस घर में पहुंचे।

घर के अंदर जाकर देखा तो पूरे परिवार वाले घर में घबराहट में इधर उधर दौड़ते हुए चिल्ला रहे थे। उन्होंने बताया हमारे लड़के ने कमरा बंद करके फांसी लगा ली है। कमरा अंदर से बंद है। पूरा परिवार यह घटना देखकर घबरा रहा था। सभी बहुत जोर जोर से रो रहे थे। पता चला कि युवक अनस द्वारा प्रथम तल पर स्थित अपने कमरे को अंदर से लॉक कर फांसी लगा ली है।

देवदूत बनकर आये दोनों पुलिसकर्मियों ने तुरंत प्रथम तल पर जाकर खिड़की से देखा तो युवक फांसी के फंदे पर चुन्नी के सहारे लटका हुआ था। बना समय गवाएं दोनों देवदूत पुलिस कर्मियों ने अदम्य साहस व सूझबूझ का परिचय देते हुए पहले लात मारकर दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। कमरे में जाकर तुरन्त ही फांसी पर लटके युवक को उतारा। तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए। समय से इलाज मिलने व तत्काल कार्यवाही करने से अनस (उम्र लगभग 18 वर्ष)की जान बच गयी। युवक अस्पताल से छुट्टी होकर अपने घर आ गया है। वह अब स्वस्थ है।

पुलिसकर्मियों की ओर से समय से की गई कार्रवाई के चलते युवक की जान बच गई। परिवार के लोग दोनों पुलिसकर्मियों को दुआएं देते नहीं थक रहे हैं। सेल्यूट उन सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों को जो रात भर जाग कर हमारी जान माल की सुरक्षा करते हैं।



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